सुबह जैसे ही बदमाश गहरी नींद में थे, पुलिस टीमों ने एक-एक कर उनके ठिकानों पर दबिश देना शुरू किया। पुलिस ने दरवाजे खटखटाए, जैसे ही बदमाशों ने आंखें मलते हुए दरवाजा खोला, पुलिस ने बिना समय गंवाए उन्हें दबोच लिया और गाड़ियों में डाल लिया। कुछ बदमाश पुलिस को देखते ही भागने लगे, लेकिन पुलिस ने तेजी से पीछा कर उन्हें दबोचा।
इस दौरान कई संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया। पुलिस की इस कार्रवाई से बदमाशों में हड़कंप मच गया। यह ऑपरेशन एडिशनल पुलिस कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप के सुपरविजन में चलाया गया। बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए चारों डीसीपी, एडिशनल डीसीपी सहित सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस कार्रवाई में मौजूद रहे। इसके अलावा कमिश्नरेट के सभी थानों की पुलिस के साथ-साथ पुलिस लाइन से भी 200 अतिरिक्त पुलिसकर्मी कार्रवाई में शामिल रहे।
जयपुर पुलिस ने इस ऑपरेशन को चारों जिलों में एक साथ अंजाम दिया। पहले से चिन्हित अपराधियों के ठिकानों पर पुलिस रेड की गई। जिन अपराधियों के खिलाफ पहले से केस दर्ज थे या जो संदेह के घेरे में थे।