तनाव से लेकर तकनीक की लत तक समाधान
यह पहल केवल वयस्क रेल कर्मचारियों तक सीमित नहीं है। काउंसलर्स बच्चों व किशोरों की भी काउंसलिंग करेंगे। इनमें पढ़ाई में मन न लगना, आत्मविश्वास की कमी, एकाग्रता की समस्या जैसी चुनौतियों का समाधान शामिल है।
‘अब कोई अकेला नहीं’
मेंटल हेल्थ को लेकर रेलवे की चुप्पी टूटेगी: रेलवे अधिकारियों का कहना है कि लंबे समय से कर्मचारियों को मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते देखा जा रहा था लेकिन कोई खुलकर नहीं कहता था। अब यह पहल ‘आप अकेले नहीं हैं’ जैसे संदेश के साथ चुप्पी तोड़ेगी और एक सहयोगी वातावरण निर्मित करेगी।विशेषज्ञों की ओर से दी जाने वाली सेवाओं में ये शामिल
मानसिक रोगों (डिप्रेशन, एंग्जायटी, बिहेवियरल डिसऑर्डर) का प्रबंधनवैवाहिक/पारिवारिक विवादों की काउंसलिंग
क्रोध नियंत्रण, नशा मुक्ति, मोबाइल/इंटरनेट लत से निपटना
व्यक्तिगत काउंसलिंग, आइक्यू टेस्ट, मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन और थैरेपी सत्र

कहां और कब मिलेगी यह सुविधा?
रेलवे मुख्यालय, जयपुर सोमवार, शुक्रवार सुबह 9:30 से शाम 6:00 बजेरेल मंडल कार्यालय, जयपुर मंगलवार से शुक्रवार सुबह 9:30 से शाम 6:00 बजे
पॉलीक्लिनिक, रेल निकुंज, जगतपुरा गुरुवार, शनिवार सुबह 9:00 से शाम 4:00 बजे
केंद्रीय अस्पताल, जयपुर सोमवार, मंगलवार, बुधवार, शनिवार सुबह 9:00 से शाम 4:00 बजे