Rajasthan News : राजस्थान में गर्मी के बढ़ते तेवर को देखते हुए पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए जिला कलक्टरों को कंटीजेंसी प्लान बनाने के साथ ही नए हैण्डपम्प व नलकूप लगाने, पुराने हैण्डपम्प और नलकूपों की मरम्मत, पाइपलाइनों को दुरस्त करने सहित पेयजल आपूर्ति सुदृढ़ीकरण के सभी कार्य 15 मई से पहले हर हाल में पूरे करने को कहा गया है। जिला कलक्टरों को एक-एक करोड़ रुपए का अनटाइड फंड भी दिया गया है। जल जीवन मिशन में 5 हजार करोड़ के कार्यादेश भी जारी कर दिए गए हैं।
सीएम भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को जलदाय विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कहा कि गर्मी में जनता को परेशान होना पड़ा, तो जिम्मेदार अफसरों की खैर नहीं। जनता को जरूरत के मुताबिक पानी मुहैया हो, इसकी निगरानी कलक्टर करेंगे। अधिकारी-कर्मचारी मुख्यालय पर उपस्थित रहें। अप्रेल से जुलाई तक टैंकरों से पेयजल की मांग पूरी करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में 82 करोड़ और शहरी क्षेत्र में 25 करोड़ रुपए दिए गए हैं।
1000 नलकूप और 2500 हैंडपंप के लिए जारी होगी वित्तीय स्वीकृति
सीएम भजनलाल ने कहा कि 15 मई से पहले गत वर्ष बजट में स्वीकृत सभी हैंडपम्प और नलकूपों को चालू कर दिया जाए तथा इस बजट में स्वीकृत 1000 नए नलकूप और 2500 नए हैण्डपम्प की वित्तीय स्वीकृति जल्द जारी कर कार्य शीघ्र शुरू किया जाए। अप्रेल में 2 लाख 35 हजार से अधिक हैण्डपम्पों की मरम्मत की गई है।
गत वर्ष बजट में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 5 नलकूप और 10 हैण्डपम्प स्वीकृत किए गए थे। इनमें से 800 से अधिक नलकूप और 1400 हैण्डपम्प इस माह के अंत तक क्रियाशील हो जाएंगे। पश्चिमी राजस्थान के जिलों में नहरबंदी के दौरान पेयजल आपूर्ति के लिए पीएचईडी अधिकारियों को जल भंडारण की पूरी व्यवस्था रखने के लिए कहा गया है। बैठक में पीएचईडी मंत्री कन्हैयालाल सहित जलदाय विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
सूत्रों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से झालावाड़ में जेजेएम कार्यों की सही क्रियान्विति नहीं करने को लेकर पोस्ट करने और केन्द्रीय मंत्री के जवाब मांगने के बाद बैठक में मुख्यमंत्री ने भी जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी से फीडबैक लिया।