विकास इस पावन धाम की आध्यात्मिक खूबसूरती में करेगी इजाफा
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा गिरिराज जी की परिक्रमा करने के लिए यहां देश-विदेश से हर साल करीब 2 करोड़ श्रद्धालु आते हैं। आज 21 किमी की यह परिक्रमा बहुत से भारतीय परिवारों के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गई है। नंगे पैर या दंडवत परिक्रमा करते श्रद्धालु, छप्पन भोग के प्रसाद से सजी झांकियां त्योहार का माहौल बनाती हैं। उन्होंने कहा कि यह विकास परियोजना हमारे इस पावन धाम की आध्यात्मिक खूबसूरती में इजाफा करेगी। राजस्थान में परिक्रमा का हिस्सा महत्वपूर्ण
सीएम भजनलाल ने कहा कि गिरिराज जी की परिक्रमा में 1.2 किमी का राजस्थान में पड़ने वाला हिस्सा परिक्रमा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें श्रीनाथजी, पूंछरी का लौठा आदि प्रमुख मंदिर और अप्सरा एवं नवल कुंड जैसे कई पवित्र स्थल हैं। पूंछरी में शीघ्र ही पूरे देश और दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं मिल सकेंगी।
गिरिराज जी परिक्रमा पथ का होगा चार जोन में विकास
सीएम भजनलाल ने कहा कि गिरिराज जी परिक्रमा पथ के विकास को 4 जोन में बांटकर विकसित करने की योजना बनाई है। आज पहले जोन का शिलान्यास हुआ है। जिसमें श्रीनाथ जी मंदिर, पूंछरी का लौठा मंदिर, दाऊजी का मंदिर, गंगा मंदिर, नरसिंह जी मंदिर, मुखारबिंद, अप्सरा कुंड एवं नवल कुंड, फाउंटेन, राधा वाटिका, बोटेनिकल गार्डन, लोटस पौंड, मयूर वाटिका, विष्णु अवतार गार्डन का विकास करवाया जाएगा।
दूसरे जोन में जानें क्या होगा इसके बाद दूसरे जोन में भव्य प्रवेश एवं निकास द्वार, मार्ग का सौंदर्यीकरण, रोशनी, विश्राम मंडप, पेयजल सुविधाओं, फूड जॉइंट एवं स्टॉल, भगवान श्री कृष्ण से संबंधित मूर्तियां, गैलरियों का निर्माण जैसे कार्य करवाए जाएंगे।
तीसरे जोन में परिक्रमा मार्ग के बाहर होगा विकास सीएम भजनलाल ने कहा कि परिक्रमा पथ के तीसरे जोन में परिक्रमा मार्ग के बाहर एंट्री प्लाजा, ग्रीन कैनाल वाटरफ्रंट, पार्किंग, गोठ स्थल, भजन एवं कीर्तन स्थल, पौराणिक आर्ट गैलरी, गिरिराज जी म्यूजियम, सांस्कृतिक केंद्र, आध्यात्मिक केंद्र, आर्ट विलेज आदि का विकास किया जाएगा।
चौथे जोन में 250 फुट ऊंची मूर्ति रहेगी आकर्षण का केंद्र सीएम भजनलाल ने कहा कि चौथे जोन में बनने वाली 250 फुट ऊंची मूर्ति श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र होगी। इस जोन में आश्रम गांव, मेडिटेशन हॉल, गौशालाओं, राजस्थानी हैंडीक्रॉफ्ट बाजार आदि का विकास किया जाएगा।
खाटूश्यामजी की भव्यता के लिए 100 करोड़ रुपए होंगे खर्च
सीएम भजनलाल ने कहा कि ने राज्य सरकार खाटूश्यामजी को भव्यता प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रुपये राशि के कार्य करवा रही है। प्रदेश में दीपावली, होली, शिवरात्रि एवं रामनवमी जैसे त्योहारों पर लगभग 600 मंदिरों में विशेष साज-सज्जा व आरती के लिए बजट का प्रावधान किया है। कैलादेवी मंदिर (झील का बाड़ा) और गंगा मंदिर समेत प्रदेश में अनेक मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 300 करोड़ रुपए की राशि से राजस्थान के 20 प्रमुख मंदिरों और आस्था धामों में विकास कार्य करवा रही है।