राजस्थान सरकार ने शुरू की बजट की तैयारी; उधर, राजस्व जुटाने में पिछड़े पर उधार लेने और सब्सिडी में आगे
राजस्थान में अगले माह पेश होने वाले बजट में जनभागीदारी बढ़ाने व राजस्व अधिक जमा कर विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए सरकार संभाग स्तर से राजधानी तक सक्रिय है।
Rajasthan Budget 2024-25: राजस्थान में 19 फरवरी को पेश होने वाले अगले वित्तीय वर्ष के बजट की तैयारी तेज हो गई है, लेकिन मौजूदा वित्तीय वर्ष में राजस्व जुटाने की रफ्तार कमजोर है। चुनावी साल होने के बावजूद पिछले वित्तीय वर्ष के पहले 9 माह में राजस्व लक्ष्यों तक पहुंचने की गति मौजूदा वित्तीय वर्ष के मुकाबले तेज रही। अगले माह पेश होने वाले बजट में जनभागीदारी बढ़ाने व राजस्व अधिक जमा कर विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए सरकार संभाग स्तर से राजधानी तक सक्रिय है।
इसके विपरीत बजट लक्ष्यों की प्राप्ति की स्थिति का अध्ययन करने पर सामने आया कि मौजूदा वर्ष में दिसम्बर तक प्रदेश पिछले वित्तीय वर्ष के 9 माह की तुलना में कमजोर रहा। हालांकि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के बजट लक्ष्य प्राप्त करने में मौजूदा वित्तीय वर्ष में आगे रहे। आंकड़ों के अनुसार करों से राजस्व प्राप्ति की रफ्तार पिछले वित्तीय वर्ष में मौजूदा वित्तीय वर्ष के मुकाबले तेज रही।
पिछले वित्तीय वर्ष के पहले 9 माह में बजट लक्ष्यों का करीब 65 प्रतिशत कर राजस्व जमा हुआ, जबकि मौजूदा वित्तीय में बजट लक्ष्यों का करीब 63 प्रतिशत कर राजस्व जमा हुआ। कर और खनन सहित अन्य स्रोतों से प्राप्त कुल आय की स्थिति को देखा जाए तो पिछले वित्तीय वर्ष में दिसम्बर तक बजट लक्ष्यों का 58.68 प्रतिशत राजस्व जमा हुआ।
वहीं मौजूदा वित्तीय वर्ष में दिसम्बर तक लक्ष्यों का 58.23 प्रतिशत राजस्व जमा हुआ। उधर, मौजूदा वित्तीय वर्ष में पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में उधार अधिक लिया गया और सब्सिड़ी पर खर्चा भी चुनावी साल के मुकाबले अधिक हुआ।