रविकान्त ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की खनिज क्षेत्र को लेकर दूरदर्शी सोच और बजटीय घोषणा के अनुरूप इस कारपोरेशन का गठन किया जाएगा। इसका उद्देश्य राज्य में गुणवत्तापूर्ण एक्सप्लोरेशन को गति देना, खनिज संसाधनों का सटीक आकलन करना और वैज्ञानिक खनन को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में विभिन्न प्रकार के मूल्यवान खनिज प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं, जिनका सही उपयोग राज्य के विकास के लिए आवश्यक है।
बैठक में जीएसआई, एमईसीएल, आईबीएम, आरएसएमएम और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। रविकान्त ने बताया कि इस कारपोरेशन के माध्यम से एक्सप्लोरेशन क्षेत्र में विशेषज्ञ संस्थाओं और निजी कंपनियों की सहभागिता सुनिश्चित की जा सकेगी। उन्होंने निर्देश दिए कि खनिज ब्लॉकों की नीलामी में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने एक्सप्लोरेशन की गुणवत्ता, उपलब्धता और आर्थिक संभावना का सटीक मूल्यांकन किया जाए।
उन्होंने शीघ्रता से खानों के संचालन में आ रही समस्याओं के समाधान एक चार सदस्यीय समिति गठित की है, जिसमें जीएसआई, खान विभाग और एमईसीएल के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। यह समिति फील्ड स्तर की समस्याओं की पहचान कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
बैठक में जीएसआई के उपमहानिदेशक अनिंध्यों भट्टाचार्य ने बताया कि जीएसआई अपनी स्थापना के 175 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित करेगा। साथ ही, जीएसआई द्वारा तैयार किए जा रहे फॉस्फेट खनिज डेटाबेस पर भी चर्चा हुई।