कुछ जांच में फंसी तो कुछ को है ईसी का इंतजार
‘सीया’ (स्टेट एनवायरमेंट इंपैक्ट असेसमेंट अथॉरिटी) और ‘सेक’ (स्टेट लेवल एक्सपर्ट अप्रेजल कमेटी) के स्तर पर मात्र 20 बजरी खानों के मामले जांच के चलते लंबित चल रहे हैं। शेष 103 खानों को ईसी जारी कराने की प्रक्रिया खान विभाग और खान नीलामी में लेने वालों की सुस्ती के चलते पूरी नहीं हो पा रही है।अफसर के साथ खान मालिक भी हैं सुस्त
जानकारी के मुताबिक ईसी की प्रक्रिया पूरी करने को लेकर ‘सेक’ की ओर से 63 खान संचालकों को ‘टीओआर’ भी जारी किए जा चुके हैं, लेकिन वे अभी आगे की कार्रवाई पूरी कर खान मालिक पुन: दस्तावेज पेश नहीं कर सके हैं। इनके अलावा टर्म ऑफ रेफरेंस (टीओआर) के लिए 21 खान संचालकों ने अधूरे दस्तावेज के साथ सेक में आवेदन किया है। इससे टीओआर जारी नहीं हो सके हैं।राजस्थान सरकार को बड़ा झटका, MoU पर आया संकट, उद्योग विभाग से लेकर ऊर्जा विभाग के अफसरों के उड़े होश
सीया का दावा, 15 दिन में जारी होता है टीओआर
‘सीया’ के अधिकारियों का दावा है कि आवेदन के 15 दिन के अंदर आवेदकों को टीओआर जारी कर दी जाती है। अभी खान विभाग के अधिकारी 19 खान आवंटियों से तो ईसी के लिए आवेदन ही नहीं करा सके हैं। खान विभाग के उच्चाधिकारी प्राथमिकता के आधार पर बजरी खानों के पर्यावरण अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कराने के लिए कागजी कार्रवाई पूरी कराएं तो प्रदेश में जल्द सौ से ज्यादा बजरी खानें शुरू हो सकती हैं। इससे जनता के सामने बजरी की उपलब्धता को लेकर नए विकल्प खुलेंगे और सस्ती बजरी मिल सकेगी।आवंटित खानों की स्थिति
नीलामी में खानों का आवंटन – 130पर्यावरण स्वीकृति जारी – 7
टीओआर जारी – 63
टीओआर जारी नहीं हो सके दस्तावेज की कमी से – 21
सीया के स्तर पर लंबित प्रकरण – 7
सेक के स्तर पर लंबित प्रकरण – 13
आवेदन नहीं किए – 19