फरवरी तक प्लांट का पूरा हो जाएगा काम
वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने वाली फर्म को नगर निगम ने वर्ष 2017 में वर्कऑर्डर दिया था, लेकिन जमीन का विवाद व पर्यावरण एनओसी के कारण प्लांट का काम अटक गया। अब राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल से एनओसी मिल गई। वहीं प्लांट का काम भी 90 से 95 फीसदी पूरा हो गया है। निगम अधिकारियों की मानें तो फरवरी तक प्लांट का काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद बिजली उत्पादन का ट्रायल शुरू हो जाएगा।जयपुर डिस्कॉम को बेचेगी बिजली
कंपनी बिजली बनने के बाद उसे 7 रुपए 31 पैसे प्रति यूनिट की दर से जयपुर डिस्कॉम को बेचेगी, जिससे उसे आय होगी। प्लांट बनाने वाली कंपनी को साइंटिफिक सेनेटरी लैंडफिल भी बनानी होगी, जिसमें बिजली बनने के बाद बचे हुए कचरे का निस्तारण होगा।भजनलाल सरकार का आधी रात को पुलिस बेड़े में बड़ा फेरबदल, 24 IPS के तबादले, देखें लिस्ट
दोनों निगम देंगे कचरा
प्लांट में प्रतिदिन एक हजार मैट्रिक टन कचरा पहुंचाया जाएगा। इसमें 400 मैट्रिक टन कचरा हैरिटेज निगम पहुंचाएगा, वहीं 600 मैट्रिक टन कचरा ग्रेटर निगम पहुंचाएगा। कचरे से बिजली उत्पादन के बाद मिलने वाली रॉयल्टी भी हैरिटेज और ग्रेटर निगम में क्रमश: 40 और 60 प्रतिशत में बंटेगी।मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना पर बड़ा अपडेट, नवीन फेज के लिए प्रावधान जारी
कचरा प्रतिदिन निकल रहा शहर से
1- 950 से 1000 मैट्रिक टन कचरा निकल रहा हैरिटेज निगम क्षेत्र से।2- 1000 से 1200 मैट्रिक टन कचरा निकल रहा ग्रेटर निगम क्षेत्र से।
3- 2200 मैट्रिक टन कचरा निकल रहा शहर से प्रतिदिन।
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जल्द ही शुरू होगा वेस्ट-टू एनर्जी प्लांट
वेस्ट-टू एनर्जी प्लांट जल्द ही शुरू होगा। हमने डेढ़-दो हजार टन कचरा भेज दिया है। 15 फरवरी से ट्रायल के तौर पर कचरे से बिजली बनना भी शुरू हो जाएगी।अरुण कुमार हसिजा, आयुक्त, हैरिटेज निगम