क्या कहता है मौसम विभाग?
राजस्थान के उत्तरी भागों में बना डिप्रेशन सीकर के उत्तर-पश्चिम में 20 किमी और चुरू के दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में 60 किमी की दूरी पर केंद्रित है और अगले 24 घंटों में यह धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ेगा। साथ ही झारखंड और बिहार के ऊपर बना हुआ गहरा कम दबाव क्षेत्र भी पश्चिम की ओर बढ़ते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर अग्रसर है।
मॉनसूनट्रफ और पश्चिमी विक्षोभ की भूमिका
इस समय मॉनसूनट्रफ रेखा बीकानेर होते हुए डिप्रेशन के केंद्र, हमीरपुर, झारखंड-बिहार सीमा होते हुए उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक जा रही है, जिससे वर्षा की तीव्रता और विस्तार दोनों बढ़े हैं। वहीं पश्चिमी विक्षोभ भी मध्य क्षोभमंडलीय स्तरों पर 5.8 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है, जिससे राज्य के कई हिस्सों में मेघगर्जन के साथ मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है।
बीकानेर में दर्ज हुई सर्वाधिक बारिश
बीते 24 घंटों में बीकानेर में 13.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई, वहीं जैसलमेर में अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में वातावरण में नमी की मात्रा 55% से 100% तक पाई गई, जो वर्षा के अनुकूल वातावरण दर्शाता है।
17 जुलाई के बाद बारिश में आएगी कमी
16 जुलाई को राजस्थान के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश के चलते आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है। ऐसे में सभी को सतर्क रहना होगा। मौसम विभाग की मानें तो 17 जुलाई के बाद बारिश की तीव्रता में धीरे-धीरे कमी आ सकती है।