Rajasthan Assembly: विधानसभा में गुरुवार को छबड़ा विधानसभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत हुए कार्यों में गड़बड़ी को लेकर जमकर बहस हुई। भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने निर्माण कार्यों में भारी अनियमितताओं और अधिकारियों की लापरवाही का मुद्दा उठाया। उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या घटिया निर्माण और नियमों के उल्लंघन में संलिप्त अधिकारियों पर कोई कार्रवाई होगी?
इस पर मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और जल जीवन मिशन के कार्यों की जांच पूरी पारदर्शिता के साथ होगी।
दोषियों पर कार्रवाई होगी- मंत्री
PHED मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि छबड़ा और छीपाबड़ौद के गांवों को जल जीवन मिशन से जोड़ा गया है। अब तक 48 गांवों में काम पूरा हो चुका है, जबकि बाकी गांवों के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। मंत्री ने बताया कि पाइपलाइन बिछाने के लिए 117 किमी सड़क की मरम्मत की गई है, शेष सड़कों का काम भी जल्द पूरा होगा।
उन्होंने कहा कि जहां भी घटिया निर्माण और लापरवाही की शिकायतें मिली हैं, वहां कमेटी बनाकर जांच करवाई जाएगी। पिछली सरकार में भ्रष्टाचार हुआ था, जिसके कारण कई कार्यों में अनियमितता सामने आई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन सरकार में पैसों के लेन-देन के आधार पर काम दिए गए थे। सरकार ने इस मामले में कुछ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है और कुछ को सस्पेंड भी किया गया है।
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‘हमें भाषण नहीं, कार्रवाई चाहिए’- जूली
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि सरकार को भाषण देने के बजाय ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। सवा साल से आपकी सरकार है, लेकिन अब तक भ्रष्टाचारियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अगर जल जीवन मिशन में अनियमितता हुई है तो दोषी अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। कहा- पिछली सरकार पर आरोप लगाने से कुछ नहीं होगा, जनता को काम चाहिए।