गुरुवार को अस्पताल में पहली आर्थोस्कोपिक लिगामेंट सर्जरी सफलतापूर्वक की गई। 23 वर्षीय महिला खिलाड़ी, जो चाकसू निवासी है, खेल के दौरान घुटने में चोट के चलते चलने-फिरने में असमर्थ हो गई थी। लगातार सूजन, जोड़ों में अटकाव और दर्द से जूझ रही इस युवती की नि:शुल्क सर्जरी की गई, जिससे उसे नई राहत मिली।
आरयूएचएस अधीक्षक डॉ. महेश मंगल ने बताया कि यह सर्जरी मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत बिना किसी शुल्क के की गई। वहीं, अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. सिद्धार्थ शर्मा और उनकी टीम की यह एक सराहनीय उपलब्धि रही। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की जटिल सर्जरी यदि निजी अस्पताल में की जाती तो इसका भारी खर्च मरीज को वहन करना पड़ता।
गौरतलब है कि इससे पहले भी आरयूएचएस में एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी और प्लास्टिक सर्जरी जैसी उन्नत सेवाएं शुरू की जा चुकी हैं। अब स्पोर्ट्स इंजरी और लिगामेंट सर्जरी की शुरुआत से खिलाड़ियों और अस्थि रोगियों को अत्याधुनिक इलाज उपलब्ध हो सकेगा।
यह कदम न केवल चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाता है, बल्कि राज्य सरकार की जनस्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।