शिक्षा मंत्री ने कहा कि सूर्य नमस्कार हमारी भारतीय परंपरा से जुड़ा एक अहम हिस्सा है। प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करने से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि मन-मष्तिष्क भी शांत रहता है।
एक साथ एक समय पर सूर्य नमस्कार का आयोजन
राज्य के सभी राजकीय एवं गैर राजकीय शिक्षा संस्थानों में एक साथ एक समय पर सूर्य नमस्कार का आयोजन 3 फरवरी को सुबह सवा दस बजे किया जाएगा। 20 मिनट के इस कार्यक्रम में सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं गणमान्य व्यक्तियों, एसएमसी/एसडीएमसी सदस्यों एवं आमजन की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चत की जाएगी और कार्यक्रम की फोटोग्राफी/वीडियोग्राफी करके उसकी रिपोर्ट लेना सुनिश्चत की जाएगी। इस आयोजन का संपूर्ण डेटा शाला दर्पण एवं पीएसपी पोर्टल पर दोपहर दो बजे तक अपलोड किया जाएगा। सभी राजकीय एवं गैर-राजकीय विद्यालयों में आयोजन से पूर्व सूर्य नमस्कार अभ्यास कराने के निर्देश दिए जा चुके हैं। बीमार एवं शल्य प्रक्रिया से गुजरे बच्चे इसका हिस्सा नहीं होंगे लेकिन कक्षा एक से कक्षा 5 तक के बच्चों को सूर्य नमस्कार की कुछ एक क्रियाओं में भागीदार अवश्य बनेंगे।
क्रीडा भारती संस्था करेगी सहयोग
क्रीड़ा भारती संस्था सूर्य नमस्कार में सभी शिक्षा संस्थाओं का सहयोग करेगी। संस्था से जुड़े एक्सपर्ट विद्यालयों में जाकर न केवल सूर्य नमस्कार का महत्व बताएंगे, साथ ही नमस्कारासन, हस्तोत्तानासन सहित योग की सभी क्रियाओं को लाइव करके समझाएंगे ताकि प्रतिदिन विद्यालयों में प्रार्थना सभा के समय इसका अभ्यास कराया जा सके और सूर्य सप्तमी को एक साथ राज्यभर में सूर्य नमस्कार की निर्धारित 10 योग क्रियाओं को किया जा सके। योग में एक्सपट्र्स एवं कई एनजीओ भी विद्यालयों में सहयोग करेंगे। शिक्षा मंत्री स्वयं भी इस विशेष कार्यक्रम का हिस्सा होंगे।