युवा बोर्ड के अध्यक्ष एवं युवा मामले एवं खेल विभाग के शासन सचिव डॉ. नीरज कुमार पवन ने जानकारी दी कि इस कार्यक्रम में काउंसलर्स व विशेषज्ञों के माध्यम से लगभग दस हजार युवाओं से संवाद किया जाएगा। उन्हें मानसिक तनाव, आत्मविश्वास, करियर, संबंधों एवं मानसिक सेहत के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर मार्गदर्शन मिलेगा।
उन्होंने बताया कि यह पहल राजस्थान युवा नीति-2025 के तहत की जा रही है, जिसका उद्देश्य युवाओं को मानसिक, शारीरिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाना है।
इस नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए बुधवार को जयपुर में अंतर-विभागीय मंथन बैठक आयोजित की गई। इसमें यूएनएफपीए के तकनीकी सहयोग से युवाओं की भूमिका पर विचार-विमर्श हुआ। बैठक में राष्ट्र निर्माण, हरित विकास, शिक्षा एवं कौशल, उद्यमिता व रोजगार, स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय एवं लैंगिक समानता जैसे विषयों पर व्यापक चर्चा की गई।
यह कार्यक्रम न केवल युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाएगा, बल्कि उन्हें जीवन में आने वाली मानसिक चुनौतियों से निपटने के लिए भी सक्षम बनाएगा।