जानकारी मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने लोगों की मदद से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। बड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे शवों को बाहर निकाला गया। हादसे में 12 वर्षीय लोकेश और उसकी मां हंसा देवी गुर्जर की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। दो बेटे घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है।
इस दर्दनाक हादसे के बाद रिनगी गांव में मातम छा गया। ग्रामीणों का कहना है कि यह परिवार साधारण जीवन जी रहा था और इस तरह की दुर्घटना किसी ने भी नहीं सोची थी। हादसे के बाद से गांव में शोक का माहौल है और मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस की ओर से शवों को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। पुलिस की ओर से शवों का आज पोस्टमार्टम कराया जाएगा। जिसके बाद शव परिजनों को सुपुर्द किए जाएंगे।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि मकान जर्जर अवस्था में था, जो कमजोर हो चुका था। हालांकि प्रशासन की ओर से अभी तक आधिकारिक रूप से कोई कारण स्पष्ट नहीं किया गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए । वहीं पुलिस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मकान ढहने का असली कारण क्या था।