राजस्थान विधानसभा में कैलाश वर्मा ने कसा तंज, कहा : गमछा हिलाने से चुनाव नहीं जीता जाता, तो डोटासरा ने किया पलटवार
Rajasthan Budget Session 2025: भाजपा के कैलाश वर्मा ने कहा कि अपराधों में कमी आई है। ईआरसीपी और यमुना जल को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय हुए हैं। पिछली कांग्रेस सरकार में तो कुर्सी की लड़ाई में जिलों की बंदरबांट कर दी गई।
Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर सोमवार से बहस शुरू हो गई। सत्तापक्ष की ओर कैलाश वर्मा ने बहस की शुरूआत करते हुए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर हमला बोला और कहा कि पूरे पांच साल प्रदेश में जंगलराज रहा। कुर्सी की लड़ाई में सर्कस चलता रहा।
उधर, विपक्ष की ओर से गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि ईआरसीपी और यमुना जल समझौते को लेकर वाहवाही लूटने के लिए सरकारी पैसा खर्च कर प्रचार के लिए होर्डिंग्स लगाए जा रहे हैं, लेकिन जमीन पर एक रुपए का काम नहीं हुआ। केंद्र के दो बजट आ गए, पर ईआरसीपी को एक धेला नहीं दिया। अभिभाषण पर अंतिम दिन सात को मुख्यमंत्री बहस का जवाब देंगे।
भाजपा : अपराधों में कमी आई
भाजपा के कैलाश वर्मा ने कहा कि अपराधों में कमी आई है। ईआरसीपी और यमुना जल को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय हुए हैं। पिछली कांग्रेस सरकार में तो कुर्सी की लड़ाई में जिलों की बंदरबांट कर दी गई। 17 बार पेपरलीक हुए। उप चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष का मोरिया बोल गया। डोटासरा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि गमछा हिलाने से चुनाव नहीं जीता जाता। भाजपा के गुरवीर सिंह ने कहा कि सरकार के पहले ही कार्यकाल में शानदार समिट हुई है। पिछली कांग्रेस सरकार ने ईआरसीपी को लटकाए रखा। जेजेएम में घोटाले हुए। डीजल-पेट्रोल के दाम कम कर राहत दी गई है।
कांग्रेस : भामाशाह बन रहे पर यमुना जल समझौते की डीपीआर तक नहीं बनी
डोटासरा ने कहा कि मध्य प्रदेश के साथ ईआरसीपी का क्या समझौता हुआ, यह जनता जानना चाहती है। नवनेरा बांध को लेकर उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस सरकार की देन है। मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे भामाशाह बनकर घूम रहे हैं, लेकिन चार माह बीत गए… यमुना जल समझौते की डीपीआर तक नहीं बनी। डोटासरा ने कहा कि किरोड़ी वाला मामले का तो हल करना पड़ेगा। वो मेरे तो साढू हैं, लेकिन किरोड़ी ने दौसा में मुख्यमंत्री को तो भाई बताया था, लेकिन भाई ने छुरा घोंप दिया।
यह वीडियो भी देखें उन्होंने कहा कि किरोड़ी कह रहे हैं रोजाना 7 करोड़ की बजरी चोरी हो रही है और उसके बाद भी मौन धारण किए हुए हो, इसका मतलब पूरी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। जिस शिक्षक का अश्लील वीडियो आया था उसे शिक्षा मंत्री कोऑर्डिनेटर बनाने वाले थे। उधर कांग्रेस के विकास चौधरी ने कहा कि अजमेर और किशनगढ़ में भ्रष्टाचार का तांडव चल रहा है। इस पर पक्ष-विपक्ष के सदस्यों में बहस हुई।