दरअसल, जयपुर के सदर इलाके में वाहन चुराने के मामले में पकड़े गए युवक ने शनिवार को थाने में फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस ने शव को एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है जहां आज शव का पोस्टमार्टम होना था। लेकिन, इससे पहले ही परिजन जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग को लेकर अस्पताल की मॉर्च्युरी के बारह धरने पर बैठ गए।
सूचना मिलते ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास धरना स्थल पर पहुंचे और मृतक के परिजनों से बात की। इसके बाद खाचरियावास भी मृतकों के परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि पुलिस थाने में खुदकुशी गंभीर मामला है। सरकार लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करें और पीड़ित के परिजनों को मुआवजा दिए जाएं।
खाचरियावास बोले- पुलिस की दहशत से तंग आकर युवक ने की आत्महत्या
प्रतापसिंह खाचरियावास ने एक्स पर लिखा कि जयपुर के सदर थाने में एक नौजवान मनीष पांडे, जिसकी 2 छोटी बेटियां है। वो पुलिस की दहशत से तंग आकर आत्महत्या कर लेता है। परिवार दुखी है। राजस्थान की गूंगी-बहरी सरकार से न्याय की गुहार लगा रहा है।
थानाधिकारी सहित 6 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने न्यायिक मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दे दिए है। साथ ही सदर थानाधिकारी सहित 2 एसआई, 2 हेड कॉन्स्टेबल और 1 कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया है। ये है पूरा मामला
सदर थाना पुलिस ने बाइक चोरी के मामले में मनीष पांडेय को हिरासत में लिया था, वह जयपुर में मांग्यावास में किराए से रहता था और मूलत: उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी। इसी दौरान उसने कमरे में रखे तौलिए से फंदा लगा लिया। आवाज सुनकर संतरी ने पुलिस स्टॉफ को अलर्ट कर उसे फंदे से नीचे उतारा। पुलिसकर्मी उसे बनीपार्क सैटेलाइट हॉस्पिटल ले गए। वहां से चिकित्सकों ने एसएमएस रेफर कर दिया, जहां उसकी मौत हो गई।