शहर में रहा चर्चाओं का दौर
इस मॉक ड्रिल को लेकर शनिवार सुबह से शहरवासियों के बीच चर्चाओं का दौर जोरों पर रहा। मॉक ड्रिल कहां होगा, यह तथ्य गोपनीय रहा। लोग इसके बारे में पूछताछ करते रहे। साथ ही ब्लैकआउट को लेकर भी लोगों में संशय की स्थितियां रही। गौरतलब है कि इस माह के पहले सप्ताह में भी केंद्र सरकार के निर्देशानुसार सोनार दुर्ग के पास एक काल्पनिक होटल मेंहमले से जुड़ी मॉक ड्रिल को अंजाम दिया गया था। बाद में प्रशासन ने ब्लैकआउट भी करवाया था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जैसलमेर में लगातार पांच दिनों तक ब्लैकआउट रखवाया गया था। 7 व 8 मई को जैसलमेर के विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन व मिसाइल हमले की खबरें भी आई। ड्रोन के झुंड को भारतीय सेना के एयर डिफेंस सिस्टम ने आकाश में ही खत्म कर दिया था। उसके बाद लोगों में दहशत का वातावरण भी बना। हालांकि जल्द ही सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों ने भय पर काबू पा लिया और सीमा प्रहरी होने का कर्तव्य निभाया।