अचानक गिरे पत्थर, टला हादसा
समिति के पीछे जोधनगर में घनी आबादी निवास करती है। यहां शाम को छोटे बच्चे बाहर खेलते रहते है। कई बार बच्चे यहां जर्जर पड़े आवासों में छिपते व खेलते है। बुधवार शाम चारदीवारी व भवन के कुछ पत्थर अचानक भरभरा कर गिर गए। गनीमत रही कि पत्थरों के गिरने के दौरान बच्चे दूर भाग गए, जिससे कोई बच्चा चपेट में नहीं आया और बड़ा हादसा टल गया।
पत्रिका ने चेताया था
राजस्थान पत्रिका के गत 20 नवंबर के अंक में ‘जर्जर होकर ध्वस्त हो रहे पुराने भवन व चारदीवारी’ शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया गया। जिसके माध्यम से जिम्मेदारों को चेताया गया था कि भवन व चारदीवारी ध्वस्त होने के कगार पर पहुंच गई है। साथ यहां पास स्थित घनी आबादी के कारण हादसे की भी आशंका बनी हुई है। बुधवार शाम चारदीवारी का कुछ हिस्सा ध्वस्त हो गया और इस दौरान बच्चे यहां खेल भी रहे थे। हालांकि कोई बच्चा चपेट में नहीं आया, लेकिन जर्जर पड़ी चारदीवारी व भवन के कारण यहां हादसे का भय बना हुआ है।
भिजवाए हैं प्रस्ताव
पुरानी चारदीवारी व भवनों को ध्वस्त करने के लिए प्रस्ताव तैयार कर जैसलमेर भिजवाए गए है। स्वीकृति मिलते ही चारदीवारी व भवनों को ध्वस्त कर दिया जाएगा। इसके बाद नए सिरे से स्वीकृति निकालकर नए बनाए गए भवनों के पास चारदीवारी व अन्य निर्माण कार्य करवाए जाएंगे।