पटरियों को क्रॉस करते हुए स्लाइडिंग स्ट्रक्चर से इस गर्डर को पटरियों के आर पार धकेला जाएगा। इसके लिए क्रिब का निर्माण किया जा रहा है, जिसके जरिये ही फाउंडेशन का कार्य किया जाएगा। क्रिब का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। क्रिब पुल के पास ही लोहे की स्लाइडिंग करने वाली मजबूत संरचना है। जिसके जरिये ही हाइड्रो से स्टील गार्डर पुल के ऊपरी हिस्से पर लगाए जाएंगे।
इसी मार्ग से होगी भारी वाहनों की आवाजाही
यह काम होने के बाद पुल के दोनों छोर पर सीमेंटेड ब्लॉक से बाकी हिस्से को भी जोडकऱ पुल को अंतिम रूप दिया जाएगा। बाइपास के हिस्से में यही अहम कार्य शेष है, जिसके लिए रेलवे की ओर से ब्लॉक मिलने का इंतजार है। यहां महत्वपूर्ण कार्य पूरा होने के बाद भारी वाहनों की आवाजाही इसी मार्ग से हो सकेगी। रेलवे से लेनी होगी परमिशन
रेलवे की ओर से अनुमति मिलने के साथ ही स्टील गर्डर लगाए जाएंगे। उसके बाद ऊपरी हिस्से पर स्टील प्लेट्स और ज्वाइंट के काम को पूरा किया जाएगा। यह काम पूरा हो जाने के बाद कारपेट एरिया का काम किया जाएगा। इस कार्य के समानांतर ही पुल के दोनों छोर की ऊंचाई बढ़ाने और उसे इस संरचना से जोडऩे का काम भी किया जाएगा।