पुलिस के अनुसार भोरड़ा निवासी हीराराम पुत्र सेलाराम चौधरी ने मामला दर्ज करवाया कि गांव के सरपंच बगदराम के घर पर समाज के पंच कानाराम, खुशालाराम, गुणेशाराम, जोगाराम, पन्नाराम, छोगाराम, अदरिंगाराम, नारायणलाल, राजाराम समेत अन्य एकत्र हुए। इस दौरान प्रार्थी व उसके भाई गणेशाराम को सुबह 10 से 11 बजे के बीच सरपंच के घर बुलाया।
साथ ही कहा तुम्हारे ऊपर
मर्डर के आरोप लगे हुए है, जिस पर प्रार्थी ने कहा कि आरोप झूठे थे तथा न्यायालय ने बरी किया है, लेकिन समाज के पंच पटेलों ने कहा न्यायालय से तो बरी हो गए, लेकिन समाज में हम लोग तुम्हें दोषी मानते हैं। इस दौरान पंच पटेलों ने प्रार्थी पक्ष का हुक्का पानी बंद करने का फरमान जारी करते हुए समाज से बहिष्कृत कर दिया। इस दौरान 10 लाख रुपए का दंड भी लगाया गया। कहा कि जब तक 10 लाख रुपए नहीं दोगे समाज से बाहर रहोगेे।
लंबी कवायद के बाद दर्ज हुआ मामला
पीड़ित पक्ष का कहना है कि पहले स्तर पर रिपोर्ट पेश करने थाने में प्रकरण दर्ज नहीं हुआ, जिस पर न्यायालय की शरण ली। 8 नवंबर 2024 के इस घटनाक्रम में आखिरकार 4 जनवरी 2025 को प्रकरण दर्ज हो पाया। इनका कहना है
पीड़ित पक्ष ने समाज के 11 पंच पटेलों के खिलाफ समाज से बहिष्कृत करने का प्रकरण दर्ज करवाया है। मामले की जांच चल रही है।
- कमल किशोर, थानाधिकारी, भाद्राजून