सियाणा के निकट चान्दना-भेटाला मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित खारी नदी। (फोटो- पत्रिका)
राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में इन दिनों हीट वेव के साथ नौतपा में गर्मी के चलते लोग बेहाल हैं। लोगों को पानी जुटाने के लिए पसीना बहाना पड़ रहा है। वहीं जालोर के सियाणा कस्बे के निकट खारी नदी में केवल पांच फीट तक खोदने पर मीठा पानी निकल रहा है।
चान्दना-भेटाला मुख्य मार्ग पर खारी नदी में पांच फीट पर मीठा पानी निकलने से यहां से गुजरने वाले ग्रामीणों को सहूलियत हो रही है। ग्रामीण कांतिलाल राजपुरोहित ने बताया की सिरोही जिले की अरावली पर्वतमालाओं से बारिश का पानी बहता हुआ जालोर जिले के सीमा रेखा पर स्थित मेडानिचला, बारलावास से होता हुआ खारी नदी में आता हैं। यहां दीपावली तक पानी का बहाव होता है।
अब गर्मी के मौसम में आस पास के सभी जलाशयों में पानी सूख गया है। पशुओं के लिए पानी की विकट समस्या को लेकर पशुपालक कृषि कुओं की शरण ले रहे है, लेकिन खारी नदी में किसानों के खोदने पर महज पांच फीट पर मीठा पानी निकल रहा हैं। जो यहां से आवागमन करने वाले वाहन चालकों, राहगीरों व पशुपालकों के लिए उपयोगी साबित हो रहा है।
यह वीडियो भी देखें
रात्रि को जंगली जानवरों की जमघट
कई जलाशयों में पानी का जलस्तर घट जाने से जंगली जानवरों भी खारी नदी में पानी पीने के लिए आते है। रात्रि में यहां हरिण, सुअर, लेपर्ड समेत कई जंगली जानवर अपनी प्यास बुझाने आते हैं।
खारी नदी के पानी के लिए एनिकट बनाने की पहल
चान्दना सरपंच नैनसिंह चौहान ने बताया की बारिश के पानी से दर्जनों गांवों के किसानों के हित को देखते हुए चामुंडा माता मंदिर की पीछे एनिकट बनाने की पहल गई है। आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने विधापसभा में मुद्दा भी उठाया था। अब यहां जल्द ही स्वीकृति मिलने वाली हैं। जिससे दर्जनों गांवों के किसानों को फायदा होगा।