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जांजगीर चंपा

CG News: पखवाड़े भर से भटक रहे श्वान काटने के मरीज, सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज का इंजेक्शन नहीं

CG News: श्वान के काटने से पीड़ितों मजबूरी में बाहर के मेडिकल स्टोर्स में ऊंचे दाम में खरीदकर रैबीज की डोज लगवानी पड़ रही है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी है।

जांजगीर चंपाJun 24, 2025 / 01:51 pm

Laxmi Vishwakarma

पखवाड़े भर से भटक रहे श्वान काटने के मरीज (Photo source- Patrika)

पखवाड़े भर से भटक रहे श्वान काटने के मरीज (Photo source- Patrika)

CG News: आवारा कुत्तों के काटने से जहां जिले के लोग परेशान हैं, वहीं स्वास्थ्य विभाग उनकी परेशानी को दोगुना करने में लगा है। पामगढ़ ब्लॉक के सीएचसी सहित आसपास सीएचसी, पीएचसी व किसी भी सरकारी अस्पताल में पिछले पखवाड़े भर से एंटी रैबीज इंजेक्शन नहीं है। ऐसे में श्वान काटने वाले मरीज बाजार में भटक रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा परेशानी खासकर गरीब तबके के मरीजों को हो रही है।

CG News: रेबीज का कोई भी इलाज उपलब्ध नहीं

इसके बावजूद जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि शासन की मंशा अनुरूप हर सरकारी अस्पताल में रैबीज इंजेक्शन होना आवश्यक है। अगर किसी व्यक्ति को कुत्ते ने काट लिया है तो 72 घंटे के अंतराल में एंटी रैबीज वैक्सीन का इंजेक्शन अवश्य ही लगवा लेना चाहिए। डॉक्टरों के अनुसार अगर 72 घंटे के अंतराल में मरीज इंजेक्शन नहीं लगवाता है तो वह रैबीज रोग की चपेट में आ सकता है।
ऐसा होने के बाद रेबीज का कोई भी इलाज उपलब्ध नहीं हैं। इसके बावजूद पामगढ़ ब्लॉक के सीएचसी सहित आसपास राहौद, खरौद, शिवरीनारायण, बारगांव सहित अन्य किसी भी सरकारी अस्पताल में पखवाड़े भर से एंटी रैबिज इंजेक्शन नहीं है। ग्रामीण इलाकों के सरकारी अस्पतालों में दवा नहीं मिलने पर मरीज जिला अस्पताल तक पहुंच रहे हैं।
इधर अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन नहीं होने से मरीजों की मुसीबत बढ़ गई है। इधर डाग बाइट के मरीजों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। श्वान के काटने से पीड़ितों मजबूरी में बाहर के मेडिकल स्टोर्स में ऊंचे दाम में खरीदकर रैबीज की डोज लगवानी पड़ रही है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी है।
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रैबीज की डोज नहीं लगने से संक्रमण का खतरा बना रहेगा, वहीं शहर में श्वान का आतंक दिनों दिन बढ़ रहा है, आवारा श्वानों के काटने से जिले में बड़ी संख्या में लोग घायल हो रहे हैं, एंटी रैबीज इंजेक्शन की कमी को लेकर ब्लॉक के अधिकारी का कहना है कि मांग की गई लेकिन सप्लाई नहीं हो पा रहा है।

केस १

१६ जून को पामगढ़ ब्लॉक के गांव भदरा निवासी देवकी काठवाड़े को गांव में श्वान ने काट लिया। वह गंभीर अवस्था में सीएचसी पामगढ़ पहुंची। जहां पता चला कि एंटी रैबिज इंजेक्शन नहीं है। इंजेक्शन खरीदने पैसे नहीं थे। ऐसे में एक मेडिकल स्टोर्स से उधारी में इंजेक्शन खरीदा, फिर सीएचसी में लगवाया।

केस २

२३ जून को पामगढ़ ब्लॉक के सेमरिया निवासी ५ वर्षीय प्रियांशु को श्वान ने काट दिया। परिजन सीएचसी पामगढ़ लेकर पहुंचे, जहां पता चला कि एंटी रैबिज इंजेक्शन नहीं है। ऐसे में जिला अस्पताल में जाकर इंजेक्शन लगवाना पड़ा।

केस ३

२३ जून को पामगढ़ ब्लॉक के धनगांव निवासी ८ वर्षीय प्रिंस यादव को पैर में श्वान ने काट लिया। परिजन सीएचसी पहुंचे, जहां इंजेक्शन नहीं मिला। आसपास के सरकारी अस्पताल पता किया गया कि वहां भी उपलब्ध नहीं था। तब ारीदकर लगवाना पड़ा।
डॉ. सौरभ यादव, बीएमओ पामगढ़: ब्लॉक में पिछले ९ जून से इंजेक्शन नहीं है। लोकल पर्चेस करने के लिए एनओसी नहीं मिल पाया है।

डॉ. मनोज कुमार बर्मन, सीएमएचओ: एंटी रैबिज इंजेक्शन का स्टॉक आ गया है। सभी बीएमओ को सूचित किया गया है। आज कल में सभी ब्लॉक में इंजेक्शन उपलब्ध हो जाएगा।
CG News: श्वान खासकर रात के समय और हिंसक हो जाते हैं। शहर में कई जगह मांस, मटन की बिक्री होती है, श्वान वहां पर भटकते रहते हैं। इसके बाद झुंड बनाकर मवेशियों पर टूट पड़ते हैं। साथ ही राहगीर पर हमला करते हैं। जिला मुयालय में खासकर केरा रोड, नहरिया बाबा मंदिर रोड, चांपा रोड में झुंड बनाकर आम लोगों को दौड़ाते देखा जा सकता है। सुबह मार्निंग वाक पर निकलने वाले लोग अब डंडा साथ लेकर चलने लगे हैं।

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