Jashpur News: अमानुल्ला मलिक/जशपुर के टाऊ का लद्दाख, यूके और दुबई तक निर्यात हो रहा है, यहां के पाठ क्षेत्रों में कभी बंजर कही जाने वाली पड़ती जमीनों पर बिना किसी अतिरिक्त देखभाल के बंपर पैदावार हो रही है। इस बार जिले में 2000 हेक्टेयर में टाऊ की फसल लहलहा रही है, जिससे 50 हजार क्विंटल उत्पादन का अनुमान है।
टाऊ एक जापानी फसल है, और जो चीन से होते हुए तिब्बत, फिर जशपुर के पड़ोसी जिले सरगुजा के मैनपाट तक पहुंची।
12 करोड़ की आमदनी का अनुमान
कृषि विभाग को इस वर्ष लगभग 50 हजार क्विंटल टाऊ के उत्पादन का अनुमान है, जिससे टाऊ उत्पादक कृषकों को लगभग 12 करोड़ रुपए की आमदनी होगी। (Chhattisgarh News)
जशपुर का पाठ क्षेत्र मुफीद
इसकी फसल के लिए समतल, ठंडा इलाका चाहिए होता है। जशपुर के पाठ इलाका इसके लिए मुफीद है।
टाऊ का सबसे बड़ा उपयोग उपवास के दौरान फलाहारी आटा के रूप में होता है। टाऊ के दाने निकालकर इसकी प्रोसेसिंग फरसाकनी रीपा और पंडरापाठ में की जाती है।
पास्ता, लड्डू, नमकीन, सेव, और कुकीज की मांग
Jashpur News: इससे जशपुर के ही फूड प्रोसेसिंग यूनिट में ही अलग-अलग (Chhattisgarh News) किस्म के पास्ता लड्डू, नमकीन, सेव, और गुड़ के साथ मिलाकर कुकीज बिस्किट बनाने का काम हो रहा है जो यहां से देश भर में हाथों-हाथ बिक रहा है।
350 रुपए किलो तक बिक रहा आटा
जशपुर के बाजारों में जहां इसका आटा 250 रुपए किलो तक बिकता है, वहीं ऑनलाइन इसकी कीमत 325 रुपए प्रतिकिलो है।
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