31 गांव में टैंकरों से जलापूर्ति-
मनोहरथाना उपखण्ड क्षेत्र में जलदाय विभाग के अनुसार लगभग 31 गांवों में पेयजल संकट चल रहा है। उनमें से सात ग्राम पंचायतों में 47 ट्रीप टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। शेष गांवों में जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत प्रोजेक्ट तैयार कर हर घर नल योजना का कार्य चल रहा है। सूत्रों ने बताया कि मनोहर थाना उपखण्ड क्षेत्र में 31 गांवों में पेयजल संकट चल रहा है। उनमें ग्राम पंचायत खेरखेडा, बांसखेडी मेवातियान व बांसखेड़ा में टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की जा रही हैं। शहर में यहां ज्यादा परेशानी झालावाड़ शहर में जलापूर्ति की समस्या कालीदास कॉलोनी,इमली चौक,जुआरी मोहल्ला, हबीब नगर, चौबदार जी की गली, चंदा महाराज की पुलिया के आसपास,रैगर मोहल्ला, मोटर गैराज, पीलखाना, साईंनाथपुरम, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी व मंगलपुरा, पीजी कॉलेज के पीछे कुम्हार मोहल्ला में समस्या बनी हुई है। इन मोहल्ला में कम दबाव से पानी आ रहा है। झालरापाटन ब्लॉक में यहां हो रही जलापूर्ति- वृन्दावन, छोटी रायपुर, झिरनिया, नाला, कोटड़ा, धनवास, देवनगर,पृथ्याखेड़ी, नलखाडी, टांडी सोहनपुरा वहीं शहरी क्षेत्र में गुलाबबाड़ी, कृष्णा नगर,कच्ची बस्तीमें टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है।
टैंकर से जलापूर्ति-
फैक्ट फाइल
-ग्रामीण क्षेत्रों में 61 गांव व 8 ढाणियों में पेयजल जलापूर्ति की जा रही है। – भवानीमंडी ब्लॉक सहित जिलेभर में कुल 76 गांवों में 137 टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है। -टैंकरों से पेयजल आपूर्ति के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 80 लाख व शहरी क्षेत्रों के लिए 35 लाख का बजट स्वीकृत किया गया है। – एक टैंकर का किराया 450 से लेकर 550 रूपए दूरी के हिसाब से तय किया गया है।
– जीपीएस सिस्टम से टैंकरों की मॉनिटरिंग की जा रही है, ताकि प्रत्येक ट्रीप का डाटा रखा जा सके।
सर्वे के बाद चालू किए टैंकर
– सूत्रों ने बताया कि इस बार जिला कलक्टर के निर्देश पर बहुत ज्यादा परेशानी वाले गांवों का सर्वे करवाया गया है। जिसमें ये देखा गया है कि वहां मौजूद जल संसाधन में पानी है या नहीं है, या खराब है, उसके बाद स्थानीय प्रशासन की वास्तविक सर्वे रिपोर्ट आने के बाद ही टैंकर चालू किए गए है।
टैंकरों से जलापूर्ति चालू कर दी-
इस बार पेयजल की ज्यादा परेशानी नहीं है। जहां ज्यादा दिक्कत आ रही थी, वहां अभी एक सप्ताह पहले ही टैंकरों से जलापूर्ति चालू की है।ये टैंकर प्रथम पर्याप्त बारिश होने तक ही चलेंगे, उसके बाद बंद कर दिए जाएंगे। टैंकर चालू करने से पूर्व पूरी तरह सर्वे होने के बाद जहां जरूरत थी वहीं चालू किए गए है।
अमरसिंह मीणा,अधिशाषी अभियंता,जलदाय विभाग, झालावाड़।