थानाधिकारी देवेन्द्रसिंहदेवड़ा ने बताया कि ब्रह्मपुरी निवासी मौलिक (13 वर्ष) उर्फ मान्याय पुत्र अमित दवे 24 जनवरी की शाम घर के पीछे मानसागर पार्क की पश्चिमी पाल पर दोस्तों के साथ क्रिकेट खेल रहा था। इतने में कुछ अन्य बच्चे भी वहां आए और साथ क्रिकेट खेलने की जिद करने लगे। बच्चों ने उन्हें मना कर दिया। इससे उनमें विवाद हो गया। बाद में आए बच्चे मारपीट पर उतारू हो गए। आवेश में आकर उन्होंने प्लास्टिक के स्टंप्स निकाले और मौलिक के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। इससे वो नीचे गिर गया। इसका पता लगा तो मां पार्क में आई और बेटे को घर ले आई। वो घर में सो गया। कुछ देर बाद भी वह नहीं उठा तो परिजन ने उसे संभाला। वह बेहोश हो चुका था। मुंह से झाग भी निकल रहे थे।
घरवाले उसे महात्मा गांधी अस्पताल ले गए। तब तक वह कोमा में चला गया था। उसे मथुरादास माथुर अस्पताल रेफर किया गया, जहां ब्रेन का ऑपरेशन किया गया। इस बीच मंगलवार देर शाम उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवाया।
तीनों नाबालिग संरक्षण में लिए
मौलिक के सॉफ्टवेयर इंजीनियर पिता अमित दवे ने महामंदिर थाने में एक नामजद व अन्य बच्चों के खिलाफ जानलेवा हमले का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमले में शामिल तीन नाबालिग छात्रों को संरक्षण में लिया और किशोर न्यायालय में पेश कर बाल सुधार गृह भिजवाया। तीनों आरोपी सातवीं के छात्र हैं।