आइजी (रेंज) जोधपुर विकास कुमार ने बताया कि बाड़मेर जिले में धोरीमन्ना थानान्तर्गतनेडीनाडी गांव निवासी नरेन्द्र कुमार पुत्र कुम्भाराम बिश्नोई और उसके साझेदार फलोदी में सांवरीज गांव के उदाणियों की ढाणी निवासी गोपीराम पुत्र मुल्तानराम बिश्नोई को पकड़ा गया है। पांच किलो अफीम तस्करी के मामले में नरेन्द्र पांच साल से फरार था। उस पर बीकानेर रेंज आइजी ने 30 हजार का ईनाम घोषित कर रखा था। उदाणियों की ढाणी में गोपीराम के फार्म हाउस से भारी मात्रा में संदिग्ध सामग्री मिली है। संभवत: वह मादक पदार्थ है। फलोदी थाने में एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज कर नरेन्द्र कुमार व गोपीराम को गिरफ्तार किया गया है। कार्रवाई में साइक्लोनर के एसआइप्रमित चौहान, कन्हैयालाल, देवाराम के नेतृत्व में नेमाराम, महेन्द्र कुमार आदि शामिल थे।
मणिपुर से मारवाड़ व बीकाणा तक ड्रग्स तस्करी
12वीं तक पढ़ाई करने के बाद आरोपी नरेन्द्र कुमार स्टील का काम करने लगा था। कमाई पर्याप्त न हुई तो नशे की तस्करी में लिप्त हो गया था। वर्ष 2021 में श्रीगंगानगर की समेजा थाना पुलिस ने 20 हजार नशीली गोलियां जब्त की थी। आरोपी नरेन्द्र फरार हो गया था। तत्पश्चात बीकानेर की छत्रगढ़ थाना पुलिस ने नेड़ीनाडी गांव निवासी गोपीराम से पांच किलो अफीम जब्त की थी। नरेन्द्रपकड़ा नहीं जा सका था। उसने मणिपुर से मारवाड़ और बिकाणा यानि बीकानेर वे हनुमानगढ़-गंगानगर तक तक ड्रग्स तस्करी का जाल फैला दिया था।
ट्रेन में लेकर आता था ड्रग्स
आरोपी नरेन्द्र जोधपुर से विमान में असम तक जाता था, जहां से फिर वह मणिपुर पहुंचता था। अफीम के दूध को साधारण थैली में डालकर वह ट्रेन में सवार हो जाता था। सामान्य कोच में सीट पर थैली रखकर वह कुछ दूरी पर बैठ जाता था। बीकानेर में ट्रेन से उतरने के बाद ड्रग्स को कार में रख देता था। जिसे अशोक को सौंप देता था। जो श्रीगंगानगर तक सप्लाई देकर आता था।
…इसलिए फार्म हाउस को ठिकाना बनाया
साइक्लोनर टीम के पीछे लगने पर आरोपी नरेन्द्र ने गुजरात में ड्रग्स तस्करी का ठिकाना बनाया था, लेकिन उसे ड्रग्स सप्लाई में परेशानी होने लगी थी। तब उसने सांवरीज में उदाणियों की ढाणी निवासी गोपीराम को साझेदार बनाया और उसके फार्म हाउस में ठिकाना बना लिया था। वहीं से न सिर्फ मारवाड़ बल्कि बीकानेर, हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर तक सप्लाई करने लगा था। वह कृषकों के मोबाइल से नेटवर्क चलाने लगा था। पुलिस ने पंजाब सीमा पर तस्करों का नेटवर्क खंगाला तो सांवरीज गांव पर संदेह हुआ था। जांच में गोपीराम के फार्म हाउस के आस-पास संदिग्ध गतिविधियां मिली थी। संदेह होने पर पुलिस ने शुक्रवार देर रात फार्म हाउस की घेराबंदी कर शनिवार सुबह दोनों को पकड़ लिया था।