पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राममूर्ति जोशी ने बताया कि खेड़ापा थाना पुलिस ने गत वर्ष 27 दिसम्बर को 97 किलो डोडा पोस्त जब्त किया था। कुड़ गांव निवासी सुरजाराम फरार हो गया था। तब वह पकड़ में नहीं आ पा रहा था। आइजी रेंज जोधपुर विकास कुमार ने उस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। वह रेंज के मोस्ट वांटेड की सूची में शामिल था।
इस बीच, डीएसटी के हेड कांस्टेबल भवानी चौधरी व कांस्टेबल पप्पूराम को आरोपी के कुड़ गांव में अपनी बहन के घर होने की सूचना मिली। डीएसटी प्रभारी एसआइ करणीदान के नेतृत्व में पुलिस ने कुड़ गांव में एक मकान पर दबिश दी, जहां तलाश के बाद कुड़ गांव निवासी सूरजाराम को पकड़ लिया गया। पूछताछ के बाद खेड़ापा थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
कई राज्यों में काटी फरारी
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी एक साल से फरार था। इस दौरान उसने आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश के अलावा चित्तौड़गढ़, अजमेर, भीलवाड़ा, उदयपुर व राज्य के अन्य जिलों में फरारी काटी थी। वह अपना नाम व पता बदलकर छिपते फिर रहा था। पुलिस ने उसके गांव में कई बार दबिश दी थी, लेकिन वह पकड़ा नहीं जा सका था। वह मोबाइल व सोशल मीडिया का उपयोग कम करता था।