NEET: पुलिस थाने पहुंचकर रिश्तेदार ने ही खोल दी पोल, राजस्थान में दो ‘मुन्नाभाई’ सलाखों के पीछे पहुंचे
फर्जी अभ्यर्थी बने अजीत गोरा ने भी वर्ष 2019 में नीट-यूपी परीक्षा दी थी। दूसरे ही साल सचिन गोरा ने नीट-यूजी के लिए आवेदन किया था। दोनों ही आवेदन पत्रों पर अजीत गोरा के फोटो लगे हुए हैं।
फर्जी अभ्यर्थी बिठाकर नीट यूजी 2020 क्लियर करने वाला एक युवक जोधपुर एम्स में एमबीबीएस छात्र बना हुआ था। आवेदन पत्र पर खुद की बजाय रिश्तेदार का फोटो लगा होने के बावजूद एम्स प्रशासन उसे कारस्तानी पकड़ नहीं पाया था। उधर, पुलिस ने एम्स छात्रावास से मेडिकोज को हिरासत में लेने पर एम्स प्रशासन ने विरोध किया था।
पुलिस की ओर से नोटिस दिए जाने की तैयारी करने पर एम्स डायरेक्टर व डिप्टी डायरेक्टर पीछे हटे और तब आरोपी को हिरासत में लिया जा सका। पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि चौमूं निवासी सचिन गोरा एम्स में एमबीबीएस छात्र है। उसने अपने रिश्तेदार अजीत गोरा को फर्जी अभ्यर्थी के रूप में बिठाकर नीट-2020 क्लियर की थी।
एम्स में दी थी दबिश
गत दिनों एक अन्य रिश्तेदार ने चौमूं में एफआइआर दर्ज कराई थी। जांच अधिकारी ने स्थानीय पुलिस को सूचित कर सचिन गोरा को पकड़ने की सूचना दी थी। इस पर पुलिस ने बुधवार देर रात एम्स छात्रावास में दबिश देकर सचिन गोरा को हिरासत में लिया था, जिसे चौमूं थाना पुलिस पकड़कर ले गई है। उसके दस्तावेज बरामद करने लेने के लिए पुलिस ने एम्स प्रशासन को तहरीर दी है।
एम्स प्रशासन ने आपत्ति जताई
पुलिस का कहना है कि सचिन गोरा को पकड़ने पर एम्स प्रशासन ने आपत्ति जताई थी। पुलिस ने नोटिस देकर छात्र को गुरुवार को जयपुर में जांच अधिकारी के समक्ष पेश करने की शर्त रखी। पुलिस नोटिस देने लगी तो डायरेक्टर और फिर डिप्टी डायरेक्टर ने लेने से इनकार कर दिया। तत्पश्चात पुलिस छात्र को पकड़कर थाने ले गई थी, जहां से उसे जयपुर ले जाया गया।
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अभ्यर्थी दो, आवेदन पत्र दो और फोटो एक
फर्जी अभ्यर्थी बने अजीत गोरा ने भी वर्ष 2019 में नीट-यूपी परीक्षा दी थी। दूसरे ही साल सचिन गोरा ने नीट-यूजी के लिए आवेदन किया था। दोनों ही आवेदन पत्रों पर अजीत गोरा के फोटो लगे हुए हैं। नीट-2020 के आवेदन पत्र पर सचिन की जगह अजीत की फोटो लगाई गई थी। वहीं पुलिस ने सचिन गोरा और अजीत गोरा को आज कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद उन्हें 8 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में एक आयुर्वेदिक डॉक्टर को भी गिरफ्तार किया है जो इस षडयंत्र में शामिल था और पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी कर रहा है।