इनके अलावा डायल 112 की 33 बोलेरो चेतक के रूप में संचालित हो रही हैं। दरअसल, अपराधी आधुनिक वाहनों में सवार होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं। इन पर नकेल कसने व धरपकड़ के लिए राज्य सरकार की ओर से कानून व्यवस्था की पालना के लिए नई गाड़ियां दी जा रही हैं, जो थानाधिकारी के लिए हैं। इसके अलावा तंग व संकरी गलियों में पुलिस की आवाजाही के लिए 35 बाइक और कालिका पेट्रोलिंग यूनिट के लिए 24 मोपेड भी दी गई हैं।
जोधपुर पुलिस को मिले नए वाहनों की सूची
जनवरी से अब तक जोधपुर पुलिस कमिश्नेरट को 4 कार (इंटरसेप्टर) मिली हैं। इसके अलावा 2 एसयूवी, 19 बोलेरो, 35 मोटरसाइकिल, 24 मोपेड, 1 बोलेरो कैम्पर और 1 वाटर टैंकर मिला है। इसके अलावा जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट में 27 लाइट वाहन, 2 मीडियम वाहन, 38 मोटरसाइकिल को बीते दिनों में नाकारा घोषित किया गया।
इंटरसेप्टर से रफ्तार पर अंकुश
सड़क हादसों की रोकथाम के लिए हाईवे पर कार इंटरसेप्टर की मदद ली जा रही है। जो निर्धारित गति से अधिक रफ्तार में दौड़ने वाले वाहनों के फोटो खींचकर एमवी एक्ट में कार्रवाई कर रही है। अब शहरों में भी वाहनों की रफ्तार कम करने के लिए मोटरसाइकिल इंटरसेप्टर मुहैया करवाई गई हैं। इस पर लगे कैमरों से वाहनों की रफ्तार डिटेक्ट की जा रही है।
अपराध नियंत्रण को लेकर सरकार सख्त
जोधपुर के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त नाजिम अली ने बताया कि राजस्थान सरकार ने अपराध नियंत्रण व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रत्येक थानाधिकारी के लिए एक-एक नई बोलेरो दी है। पुलिस मुख्यालय से पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर के थानों के लिए नई बोलेरो मुहैया करवाई गई है। इसके साथ ही बाइक और मोपेड भी दी गई है।