CG News: वन विभाग को भनक तक नहीं
यही वजह है कि
माइंस प्रबंधन अपने फायदे को देखते हुए नियम कायदे को दर किनार करते हुए माइंस क्षेत्र से लगे हुए हरे-भरे वृक्षों की कटाई करवा दिया जाता है। माइंस से लगे परेकोड़ो क्षेत्र का सैकड़ों की संया में पेड़ों की अवैध कटाई किया गया है जिसको वन विभाग को भनक तक नहीं लगा है।
गोदावरी माइंस से लगा नारंगी क्षेत्र कक्ष क्रमांक 608 खसरा 100 रकबा 5.76 में माइंस प्रबंधन द्वारा सैकड़ों हरे-भरे वृक्षों की अवैध कटाई करते हुए अतिक्रमण कर क्षेत्र का अवैध रूप से विस्तार किया जा रहे है। जानकारी होने के बावजूद भी वन विभाग के अधिकारियों द्वारा माइंस प्रबंधन के खिलाफ कार्यवाही नहीं किये जाना भी वन अधिकारियों के मिलीभगत होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
इस सबंध में दिलराज प्रभाकर मुख्य वन संरक्षक वन वृत कांकेर, दुलेश्वर प्रसाद साहू वन मंडल अधिकारी पूर्व वन मंडल भानुप्रतापपुर एवं मुकेश नेताम वन परिक्षेत्र अधिकारी दुर्गुक़ोंदल से मोबाइल से संपर्क किया गया लेकिन कोई भी अधिकारी द्वारा बात करना उचित समझा गया।
सेप्टी जोन से खिलवाड़
CG News:
गोदावरी माइंस क्षेत्र के चारों ओर बनाये गए सेप्टी जोन के कुछ जगह तोड़कर प्रबंधन द्वारा नया सेप्टी जोन बनाया गया। वहीं पुराने सेटी जोन को तोड़ने की अनुमति माइंस प्रबंधन द्वारा नहीं ली गई। पूर्व में स्थित सेप्टी जोन के वृक्षों को काटकर उन क्षेत्रों से हटाए गए।
माइंस प्रबंधन द्वारा सड़क निर्माण के लिए बिना अनुमति ही वृक्षों के कटाई किया गया। आरी डोंगरी माइंस क्षेत्र से साल्हे मुय मार्ग तक फोरलेन कांक्रीट का सड़क का निर्माण किया जा रहा है। सड़क किनारे लगे हरे-भरे वृक्षों को कंपनी द्वारा धराशायी किया गया है। काटे गए वृक्षों में सौगोन प्रजाति के वृक्ष शामिल है। वहीं कंपनी द्वारा अनुमति लिए बिना ही वनमार्ग को परिवर्तित किए गए है।