दो दिन गैरहाजिरी से हुआ शक
गर्ग मार्केट, चौक सर्राफा में रहने वाले शुभांकर सामन्ता की ज्वेलरी शॉप है। मूल रूप से पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर, श्याम सुंदर गांव के रहने वाले शुभांकर पिछले 15 सालों से कानपुर में ज्वेलरी का व्यवसाय कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने एक कारीगर सुजित सामन्ता को 150 ग्राम सोना दिया था, जिससे लॉकेट और कुंडल बनवाने थे। 8 जुलाई को हुई बातचीत में सुजित ने बताया था कि 25-30 लॉकेट तैयार कर लिए हैं। लेकिन 9 जुलाई को जब वह दुकान पर नहीं आया और उसका मोबाइल भी बंद मिला, तब शुभांकर को शक हुआ।
सीसीटीवी से हुआ खुलासा
शुभांकर ने तुरंत दुकान का सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो सच्चाई सामने आई। फुटेज में साफ दिखा कि सुजित दुकान से निकल रहा है, लेकिन वह फिर वापस नहीं आया। जब उसका मोबाइल भी बंद मिला, तो शुभांकर सीधे उसके कमरे पर पहुंचे लेकिन वहां भी सुजित नहीं मिला। आसपास पूछताछ करने पर भी उसका कोई सुराग नहीं मिला। ज्वेलर्स एसोसिएशन को दी जानकारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए शुभांकर ने तुरंत इसकी जानकारी ऑल इंडिया ज्वेलर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष को दी। संगठन की मदद से पूरे
कानपुर और आसपास के ज्वेलरी कारोबारियों को सतर्क कर दिया गया। 12 जुलाई को शुभांकर ने कोतवाली थाने में जाकर लिखित शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स के आधार पर जांच में जुटी है।
चार महीने पहले रखा था काम पर
शुभांकर ने बताया कि सुजित पश्चिम मेदिनीपुर के श्रीरामपुर दासपुर गांव का रहने वाला है। वह करीब चार महीने पहले काम सीखने के लिए कानपुर आया था। कुछ दिनों तक उसने प्रशिक्षण लिया और फिर नियमित तौर पर काम करने लगा। उसका व्यवहार सामान्य था, जिससे उस पर किसी को शक नहीं हुआ।
गांव जाकर हो रही तलाश
कारीगर के फरार होने के बाद ज्वेलर्स एसोसिएशन और पुलिस की टीम अब पश्चिम बंगाल में सुजित के गांव श्रीरामपुर दासपुर में भी जांच कर रही है। शुभांकर का कहना है कि वह अब तक 15 साल के अपने करियर में कभी किसी कारीगर से धोखा नहीं खाए थे। यह पहली बार है जब किसी कर्मचारी ने उनके विश्वास को तोड़ा है।
पुलिस कर रही जांच
कोतवाली पुलिस के अनुसार मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है। सीओ कोतवाली ने बताया कि आरोपी कारीगर के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, व्यापारियों ने मांग की है कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सभी कारीगरों का स्थानीय स्तर पर पुलिस वेरिफिकेशन कराना अनिवार्य किया जाए।
व्यापारियों में डर का माहौल
घटना के बाद चौक सर्राफा बाजार के ज्वेलर्स में डर का माहौल है। व्यापारियों का कहना है कि इस तरह से कारीगरों द्वारा की जा रही धोखाधड़ी से उद्योग की साख पर असर पड़ रहा है। कई दुकानदारों ने अपने पुराने कारीगरों से भी आईडी प्रूफ और गारंटी मांगनी शुरू कर दी है।