उत्तर प्रदेश के कानपुर के चौबेपुर स्थित नर्सिंग कॉलेज उसे समय चर्चा में आ गया। जब यहां की छात्रा आरोही पुत्री नीरज निवासी डुडवा जमौली चौबेपुर आत्मदाह करने के लिए पहुंच गई। पीछे से पहुंचे नीरज ने बेटी को ऐसा करने से रोका। नीरज ने बताया कि 2024 में सेकंड सेमेस्टर की फीस 20 हजार रुपए जमा किया था। इसके बाद उसकी बेटी ने एक पेपर दिया था। लेकिन कॉलेज प्रबंधन ने दूसरा पेपर देने की अनुमति नहीं दी।
बैक पेपर नहीं देने दिया गया
प्रबंधन ने कहा कि पहले फीस जमा करो। इस संबंध में आरोही ने पुलिस में शिकायत की। प्रिंसिपल और रजिस्ट्रार से बातचीत हुई तो उन्होंने बैक पेपर दिलाने का आश्वासन दिया। लेकिन जब वह बैक पेपर देने पहुंची तो उसे बैक पेपर नहीं देने दिया गया। जिससे उनकी बेटी परेशान हो गई और कॉलेज गेट पर आत्मदाह करने के लिए पहुंच गई।
डीएम तक पहुंची शिकायत
आरोही ने जिलाधिकारी से इस संबंध में फोन पर बातचीत की। उन्होंने कार्यालय में मिलने के लिए बुलाया। लेकिन आवश्यक बैठक में व्यस्त होने के कारण डीएम से मुलाकात नहीं हो सकी। अब डीएम ने सोमवार को मिलने के लिए बुलाया है। आरोही को डीएम से काफी उम्मीदें हैं।