यह जिले व क्षेत्र के प्रसिद्ध मंदिर है। हजारों लोगों की इस धाम से आस्था जुड़ी हुई है। हर त्योहार व खास मौकों पर लोग बाबा के धाम पहुंचते थे। होली पर भी लोग बड़ी संख्या में पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि जब यहां पर आग भडक़ी तो इसकी जद में कई श्रद्धालु आ गए। इसमें बच्चे भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि 8 से 10 लोग से आगजनी में झुलसे हैं।
घटना के बाद मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज डिलीट कर दिए जाने की चर्चाएं भी सरगर्म हैं, ताकि जिम्मेदार लोगों पर कोई कार्रवाई न हो सके। अब तक पुलिस को कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर आक्रोश है।
भक्ति के नाम पर फूहड़ता
स्थानीय लोगों ने बताया कि विजयनाथधाम शिव मंदिर में पिछले दो सालों से अव्यवस्था और मनमानी का बोलबाला है। मंदिर समिति का एक धड़ा पूजा-पाठ के नाम पर सोशल मीडिया के लिए स्टंटबाजी कर रहा है। मंदिर में रील और वीडियो बनाने की होड़ मची रहती है। पुजारियों को दरकिनार कर गर्भगृह पर कब्जा कर लिया गया है। पारंपरिक पूजा की जगह तडक़-भडक़ और मनोरंजन का माहौल बना दिया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अगर विस्फोट थोड़ी देर और चलता, तो कई लोग गंभीर रूप से घायल हो सकते थे। अब सवाल यह उठता है कि मंदिर समिति की इस लापरवाही पर प्रशासन क्या कार्रवाई करेगा? क्या सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने वालों पर कोई एक्शन होगा? और सबसे अहम यह है कि क्या मंदिर में पूजा-पाठ के नाम पर हो रही इन मनमानियों पर रोक लगेगी?
परिसर में भगदड़ जैसे हालात
बताया जा रहा है कि जिस समय यह हादसा हुआ, उस दौरान कुछ समय के लिए भगदड़ जैसा माहौल निर्मित हो गया। घटना क्रम से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। लोगों ने प्रशासनिक अनदेखी का भी आरोप मढ़ा है। मंदिर की व्यवस्था में लगातार प्रशासन कि अनदेखी कभी भी भारी पड़ सकती है।
विजयनाथ धाम मंदिर में महाआरती के दौरान आग लगने की खबर सोशल मीडिया में चल रही थी। इसमें पुजारी सहित कुछ लोग झुलसे हैं। महाआरती के दौरान किसी व्यक्ति ने गुलाल वाला सिलेंडर खोल दिया था। उसमें नाइट्रोजन गैस थी, जिसके कारण आग भडकऩा बताया जा रहा है। थाने में किसी ने शिकायत नहीं है। शिकायत मिलने पर मामले की जांच कराई जाएगी।
शैलेंद्र यादव, थाना प्रभारी बरही।