कटनी जिले के बहुचर्चित जुहला-मझगवां मार्ग पर एक बार फिर बड़ा सड़क हादसा होते-होते टल गया। बुधवार यानि 14 मई की सुबह जुहली मोड़ पर ट्रैक्टर ट्रॉली, घरेलू गैस से भरे ट्रक और बिजली विभाग की कार आपस में टकरा गईं। हादसे में किसी को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन दुर्घटनास्थल की स्थिति को देखते हुए भयावह हादसा भी हो सकता था।
रफ्तार ज्यादा होती तो हो सकता था भीषण हादसा
जानकारी के अनुसार, पाली के बिजली विभाग के अधिकारी कार क्रमांक एमपी 13 जेडटी 8833 से कटनी की ओर जा रहे थे। जैसे ही कार जुहली मोड़ के पास पहुंची, तभी सामने से अचानक ट्रैक्टर ट्रॉली आ गई। कार चालक ने तुरंत ब्रेक लगाया लेकिन पीछे से आ रहे गैस सिलेंडर से लदे ट्रक क्रमांक एमपी 37 जीए 1796 ने टक्कर मार दी। ट्रक के धक्के से कार सीधे ट्रैक्टर में जा घुसी।
तीन वाहनों की टक्कर से सड़क पर अफरा-तफरी मच गई। हाईवे पर दुर्घटना की सूचना मिलते ही एनकेजे पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को वाहनों से बाहर निकालकर आवागमन बहाल किया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अगर ट्रक की रफ्तार तेज होती, तो सिलेंडरों से लदे ट्रक में विस्फोट भी हो सकता था।
पुलिस मुख्यालय द्वारा जुहला से मझगवां के बीच के ब्लैक स्पॉटों पर नियंत्रण के लिए हाईवे सुरक्षा चौकी की शुरुआत की गई थी। इसके बावजूद हादसों पर अंकुश नहीं लग पाया है। जिस स्थान को पहले ब्लैक स्पॉट के रूप में चिह्नित किया गया था, उसी के पास एक बार फिर भीषण दुर्घटना घटित हुई, जिससे चौकी की प्रभावशीलता पर सवाल उठने लगे हैं।
हादसे ने एक बार फिर प्रशासन और परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाईवे सुरक्षा चौकी की स्थापना के बावजूद हादसे थम नहीं रहे। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि जुहला और मझगवां के बीच दुर्घटना संभावित स्थानों पर निगरानी बढ़ाई जाए और ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए।