मंगलवार की सुबह करीब 6.30 से 7 बजे के बीच आमाखुजरी कक्ष क्रमांक 749 में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई। जहां तक नजर जा रही थी केवल गिनती के पेड़ ही नजर आ रहे थे। कुछ जगह तो अतिक्रमणकारियों ने पेड़ों का नामोनिशान तक मिटा दिया।
डीएफओ राकेश कुमार डामोर ने बताया आमाखुजरी में 250 हेक्टेयर पर अतिक्रमण हुआ था। दूसरे दिन 80 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा कर गड्ढे खोदे। दूसरे दिन 170 हेक्टेयर में वन विभाग ने अपना कब्जा जमा लिया है। अब सतत निगरानी रखी जाएगी। बबूल के बीज भी डलवा दिए हैं।
ड्रोन कैमरे से रखी गई निगरानी
इस कार्रवाई में बुरहानपुर वन विभाग और पुलिस के ड्रोन की अहम भूमिका रही। दोनों ही ड्रोन आसमान से कार्रवाई के दौरान नजर रखते रहे। इसका भी कार्रवाई के समय काफी असर देखा गया। इधर देड़तलाई रोड पर जिले के आखरी गांव बोरखेड़ा जहां से आमाखुजरी के लिए जाने का मार्ग है वहां भी पुलिस कर्मी तैनात रहे। जंगल के अंदर और बाहरी क्षेत्र में सक्रियता व समूह के साथ भ्रमण करने से भी कार्रवाई में आसानी हुई।