scriptपश्चिम बंगाल: सरकारी कर्मचारियों को सौगात, महंगाई भत्ता चार प्रतिशत बढ़ा | Patrika News
कोलकाता

पश्चिम बंगाल: सरकारी कर्मचारियों को सौगात, महंगाई भत्ता चार प्रतिशत बढ़ा

लोगों की उम्मीदों और राज्य पर बढ़ते कर्ज के बोझ के बीच पश्चिम बंगाल की वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने वर्ष 2025-26 के लिए 3.89 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया। 2026 में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले पेश किए गए ममता बनर्जी सरकार के अंतिम बजट की धनराशि का आधा हिस्सा राज्य की आधी आबादी महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं के लिए आवंटित किया गया है।

कोलकाताFeb 13, 2025 / 04:18 pm

Rabindra Rai

लोगों की उम्मीदों और राज्य पर बढ़ते कर्ज के बोझ के बीच पश्चिम बंगाल की वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने वर्ष 2025-26 के लिए 3.89 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया। 2026 में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले पेश किए गए ममता बनर्जी सरकार के अंतिम बजट की धनराशि का आधा हिस्सा राज्य की आधी आबादी महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं के लिए आवंटित किया गया है।

लोगों की उम्मीदों और राज्य पर बढ़ते कर्ज के बोझ के बीच पश्चिम बंगाल की वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने वर्ष 2025-26 के लिए 3.89 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया। 2026 में होने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले पेश किए गए ममता बनर्जी सरकार के अंतिम बजट की धनराशि का आधा हिस्सा राज्य की आधी आबादी महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं के लिए आवंटित किया गया है।

3.89 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश, बजट का आधा हिस्सा आधी आबादी के लिए आवंटित

पश्चिम बंगाल की वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने राज्य के सरकारी कर्मचारियों के लिए चार प्रतिशत महंगाई भत्ता (डीए) देने की घोषणा की, जो आगामी एक अप्रेल से लागू होगा। इसके साथ ही राज्य के सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाला डीए बढक़र 18 प्रतिशत हो गया। अपने बजट भाषणा में वित्त मंत्री ने सदन को बताया कि महिलाओं में सबसे लोकप्रिय और सफल योजना लक्ष्मी भंडार के लिए 26 हजार 700 करोड़, प्रभावी और कुशलता बढ़ाने के लिए 70 हजार आशा कर्मियों और एक लाख से अधिक आंगनवाड़ी कर्मियों को स्मार्टफोन देने के लिए 200 करोड़ और 1500 करोड़ रुपए सबुज साथी योजना के लिए आवंटन शामिल हैं।

बुनियादी ढांचा के विकास और जनकल्याण को प्राथमिकता

सरकार ने अपने बजट में बुनियादी ढांचे तथा कृषि विकास परियोजनाओं की घोषणा की। इसमें ग्रामीण संपर्क, नदी कटाव नियंत्रण तथा कृषि सहायता पहलों के लिए विशेष धनराशि आवंटित की गई है। इसका उद्देश्य बंगाल की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करना है। सरकार ने बजट में राज्य की तीन प्रमुख नदियों सहित कुल 39 नदी घाटियों को जोडऩे वाली नई योजना नदी बंधन की घोषणा की। इसके लिए कुल 200 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। इसके अलावा घाटाल योजना के लिए 500 करोड़, मूड़ी गंगा पर प्रस्तावित गंगासागर पुल के लिए 500 करोड़, सुफल बांग्ला ब्रांड रिटेल चैन बनाने के लिए 200 करोड़, पथश्री योजना के तहत 37 हजार किलोमीटर ग्रामीण सडक़ें बनाने के लिए 1500 करोड़ और लोगों को घर बनाने के लिए आर्थिक अनुदान देने वाली बांग्ला बाड़ी (ग्रामीण) योजना के लिए 9600 करोड़ अवंटित किए गए। महिला और बाल विकास के लिए 38762.03 करोड़ रुपए आवंटित किए गए।

अनुदान राशि बढ़ाने की घोषणा नहीं

हालांकि लोगों की उम्मीदों के उलट लक्ष्मी भंडार सहित महिलाओं को आर्थिक सहायता देने वाली किसी भी योजना की अनुदान राशि बढ़ाने की घोषणा नहीं की गई और नहीं इसकी संभावना व्यक्त की गई है। लक्ष्मी भंडार योजना के तहत वृद्धि के बारे में पूछे गए सवाल पर वित्त मंत्री चुप रहीं और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसे टाल दिया। उन्होंने कहा कि राज्य के बजट की धनराशि का आधा हिस्सा महिलाओं के लिए चल रही योजनाओं के लिए आवंटित किया गया है।

कर्ज के बोझ से ऊबरने का उल्लेख नहीं

बजट में राज्य पर बढ़ते कर्ज के बोझ से उबरने का कोई उल्लेख नहीं है। दस्तावेजों के अनुसार राज्य पर लगभग 6.68 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। बजट के बाद संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने इस बारे में पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि आप बताइए कि केन्द्र के साथ राजस्थान, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों पर कितना कर्ज है। मुख्यमंत्री के मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. अमित मित्रा ने कहा कि केन्द्र पर प्रति व्यक्ति एक लाख 41 हजार 131 करोड़ रुपए कर्ज है। यह केन्द्रीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 56 प्रतिशत है। बंगाल में यह आंकड़ा केन्द्र के आंकड़े के आधे से अधिक है।

Hindi News / Kolkata / पश्चिम बंगाल: सरकारी कर्मचारियों को सौगात, महंगाई भत्ता चार प्रतिशत बढ़ा

ट्रेंडिंग वीडियो