जिला मुख्यालय के नगर पालिका के चुनाव में इस बार अध्यक्ष पद के लिए त्रिकोणी मुकाबला देखने को मिल रहा है और तीनों ही दावेदार अपने-अपने क्षेत्र के महारथी माने जाते है। कोई समाज सेवा व धमर्कर्म में तो कोई अधिकारी और कमर्चारियों के बीच अपनी बेहतर भाषण शौली के लिए तो वही कोई युवाओं के बीच मित्रता मिलनसार और समाज सेवक के रूप में अपनी पहचान बना चुके है।
ज्ञात हो कि,
भाजपा से नरपति पटेल, निदलीर्य नीलकंठ शादूर्ल तो कांग्रेस से नरेंद्र देवागन चुनावी मैदान में आमने-सामने है। अब देखना होगा कि इनमें से किसे नगर की 26 हजार से ज्यादा मतदाता अपना अध्यक्ष चुनकर नगरीय सरकार की कमान सौपती है।
निर्दलीय बिगाड़ सकते है रणनीति
नगर के कुछ वार्डो में निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा व कांग्रेस की इस चुनावी रणनीति पर पानी फेर सकते हैं। इनमें से कुछ ऐसे उमीदवार है जिन्होंने राजनीतिक पाटीर्यों से टिकट तो मांगा पर उन्हे टिकट न मिलने की स्थिति में निदलीर्य प्रत्यार्शी के रूप में चुनावी मैदान में अपनो के विरूद्व ही आमने-सामने हो गए। खैर नगर की जनता जागरूक है और अपना नेता चुनने में कोई गड़बढ़ी नहीं करना चाहती। फिलहाल मतदाताओं ने अभी चुप्पी साध रखी है, तो वही उमीदवारों को घर-घर जाना शुरू हो चुका है और प्रचार-प्रसार की गति धीरे-धीरे बढ़ रही है। 22 वार्ड वाली इस नगरपालिका में 54 उमीदवार पाषर्द बने मैदान में है।