scriptKota: जानें अब कौनसे वार्ड में हैं आप? कोटा में 1 निगम, 100 वार्ड, 5 सबसे बड़ा, 25 सबसे छोटा, 17 अप्रेल तक दे सकते हैं आपत्तियां | Big Changes In Jaipur-Jodhpur And Kota Nagar Nigam Ward Change Full Details | Patrika News
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Kota: जानें अब कौनसे वार्ड में हैं आप? कोटा में 1 निगम, 100 वार्ड, 5 सबसे बड़ा, 25 सबसे छोटा, 17 अप्रेल तक दे सकते हैं आपत्तियां

सबसे बड़ा वार्ड 5 है। इसमें रायपुरा, राजनगर, गायत्री विहार, मानसरोवर कॉलोनी, कंवरपुरा धाकड़ खेड़ी और उम्मेदगंज गांव का क्षेत्र और कैथून नगर पालिका का कैथून सांगोद रोड के पूरे दक्षिणी क्षेत्र को शामिल किया गया है।

कोटाMar 29, 2025 / 11:45 am

Akshita Deora

परिसीमन में 100 वार्ड का प्रस्तावित नक्शा।

Rajasthan News: राज्य सरकार ने कोटा, जयपुर और जोधपुर के दोनों नगर निगमों की जगह एक निगम करने की अलग-अलग अधिसूचनाएं शुक्रवार को जारी कर दी। यह अधिसूचना दोनों निगम का कार्यकाल पूरा होने के बाद लागू होगी। अब कोटा में भी एक निगम और कुल 100 वार्ड होंगे। उधर, जिला प्रशासन ने शुक्रवार को दिनभर की जद्दोजहद के बाद शाम को नगर निगम के 100 वार्ड के हिसाब से परिसीमन और सीमांकन के प्रस्तावों का प्रकाशन कर दिया और निगम भवन में चस्पा कर दिया है। प्रस्तावित परिसीमन के संबंध में आपत्तियां 17 अप्रेल तक दर्ज करवाई जा सकती है। वार्डों का सीमांकन 2011 की जनसंख्या के आधार पर किया गया है।
प्रशासन की ओर से जारी वार्ड परिसीमन प्रस्तावों के अनुसार, समूचे कैथन नगर पालिका क्षेत्र को केवल तीन वार्ड में ही समेट दिया गया है। जबकि वर्तमान नगर पालिका कैथून में कुल 25 वार्ड है। परिसीमन प्रस्ताव के आखिरी दिन गुरुवार को ही कैथून व तीन ग्राम पंचायतों को कोटा नगर निगम में शामिल करने के आदेश जारी किए थे। कोटा नगर निगम क्षेत्र में सबसे बड़ा वार्ड-5 होगा, जिसकी जनसंख्या 29290 है। यह वार्ड लाडपुरा विधानसभा क्षेत्र में आ रहा है। जबकि जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा वार्ड 25 है। इसकी जनसंख्या 5100 है और यह कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में आएगा।

कैथून वालों को 18 किमी आना पड़ेगा

कोटा नगर निगम सीमा में शामिल होने के बाद नगर निगम संबंधी कार्यों के लिए कैथून कस्बा समेत मौजूदा नगरपालिका क्षेत्र के लोगों को अब कोटा नगर निगम तक आना पड़ेगा। इसके लिए उन्हें 18 से 23 किमी का फेरा लगाना होगा।
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नहीं बदलेगी विधानसभा क्षेत्र और थानों की सीमा

निगम के लिए किए गए परिसीमन में विधानसभा क्षेत्रों से लेकर थाना क्षेत्रों का ध्यान रखा गया है। परिसीमन में वार्डों का गठन इस प्रकार किया गया है कि किसी भी वार्ड की सीमा विधानसभा क्षेत्र के अनुसार नहीं बदली है। थाना क्षेत्र की सीमा का भी प्रस्तावित परिसीमन में पूरा ध्यान रखा गया है।

सबसे अधिक वार्ड कोटा दक्षिण में, सबसे कम रामगंजमंडी के

कोटा नगर निगम के लिए किए गए परिसीमन में सबसे अधिक वार्ड कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के है। कोटा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के दायरे में कुल 41 वार्ड है। इसके बाद कोटा उत्तर विस क्षेत्र के दायरे में 34 वार्ड है। इसमें कैथून नगरपालिका क्षेत्र के तीन वार्ड भी शामिल हैं। वहीं लाडपुरा विस क्षेत्र में 19 वार्डों को शुमार किया गया है। नगर निगम में सबसे कम रामगंजमंडी विस क्षेत्र के 6 वार्ड होंगे।

इन क्षेत्रों की जनसंख्या में आया बड़ा परिवर्तन

बोरखेड़ा, सुभाष नगर, कुन्हाड़ी, बालिता, आंवली-रोजड़ी और अनंतपुरा में जनसंख्या सबसे अधिक बढ़ी है। ऐसे में यहां 2011 की जनसंख्या के अनुसार वार्ड में जनसंख्या तो कम नजर आ रही है, लेकिन वर्तमान में यहां दोगुना या उससे अधिक जनसंख्या है।

निगम का सियासी गणित

कोटा में वर्तमान में दो निगम है। चुनाव के वक्त दोनों नगर निगम में कांग्रेस का बोर्ड और कांग्रेस के ही महापौर थे। वर्तमान में कोटा उत्तर निगम में कांग्रेस का ही बोर्ड है और महापौर भी कांग्रेस की है, लेकिन कोटा दक्षिण के महापौर राजीव अग्रवाल लोकसभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। इस कारण इस निगम में महापौर भाजपा के हो गए। एक दर्जन पार्षद भी भाजपा में शामिल हो गए थे। प्रदेश में कोटा दक्षिण निगम एकमात्र ऐसा निगम है जहां सत्ता पक्ष के ही महापौर व प्रतिपक्ष नेता है। वर्तमान में कोटा दक्षिण निगम में 80 और कोटा उत्तर निगम में कुल 70 वार्ड है। कैथून में डेढ़ दशक से कांग्रेस का ही बोर्ड बनता आ रहा है।
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5 बड़ी विसंगतियां

  1. 2025 में किए गए परिसीमन में 2011 की जनसंख्या ली गई है।
  2. वार्डों की जनसंख्या का समानुपात नहीं किया गया।
  3. नए क्षेत्र के वार्डों का दायरा क्षेत्रफल की दृष्टि से काफी बड़ा कर दिया।
  4. जो गांव निगम क्षेत्र में शामिल किए गए, उनका क्षेत्रफल काफी बड़ा कर दिया। जबकि वहां विकास की ज्यादा दरकार है। वहां छोटे वार्ड बनाने चाहिए थे।
  5. कई वार्ड की सीमाएं तीन थानों में बंट गई है।

किस विधानसभा क्षेत्र में होंगे कौनसे वार्ड


कोटा दक्षिण : वार्ड संख्या 23 से 26, वार्ड संख्या51 से 56, वार्ड संख्या 58 से 66, वार्ड संख्या 79 से 100 तक होंगे।
कोटा उत्तर : वार्ड संख्या 1, वार्ड 9 से 18, वार्ड 34 से 36, वार्ड 38 से 50, वार्ड 72 से 78

लाडपुरा : वार्ड संख्या 3 से 8, वार्ड 27 से 33, वार्ड 37, वार्ड 67 से 71 होंगे।
रामगंजमंडी : वार्ड संख्या 2, वार्ड 19 से 22 और वार्ड संख्या 57 शामिल।

जानिए तीन सबसे बड़े वार्ड

सबसे बड़ा वार्ड 5 है। इसमें रायपुरा, राजनगर, गायत्री विहार, मानसरोवर कॉलोनी, कंवरपुरा धाकड़ खेड़ी और उम्मेदगंज गांव का क्षेत्र और कैथून नगर पालिका का कैथून सांगोद रोड के पूरे दक्षिणी क्षेत्र को शामिल किया गया है। इसकी जनसंख्या 9290 आंकी गई है। वार्ड 6 दूसरे नबर पर है। इसमें देवली अरब महालक्ष्मीपुरम, मिलाट नगर, श्याम नगर, हाथी खेड़ा, ग्राम हनुमंत खेड़ा, श्रीराम कॉलोनी, जगन विहार, गुरु नानक विहार, अरावली विहार, टैगोर नगर, कृष्णा नगर, मोती नगर, गणेश नगर, ब्रज विहार, देवलीअरब रोड , कौटिल्य नगर, प्रताप नगर, नगर पालिका क्षेत्र कैथून का सांगोद सड़क का उत्तरी भाग ग्राम पंचायत भीमपुरा के राजस्व ग्राम भीमपुरा का संपूर्ण क्षेत्र। इसकी जनसंख्या 23036 है। वार्ड 7 जनसंख्या के हिसाब से तीसरा बड़ा वार्ड है। इसकी 21324 जनसंख्या मानी है। इसमें मानपुरा, अर्जुनपुर, दसलाना, झालीपुरा, जगन्नाथपुरा, बोरखंडी छोटी और बोरखंडी बड़ी, नयानोहर, ग्राम पंचायत खेड़ा रसूलपुर ग्राम पंचायत का संपूर्ण सीमा क्षेत्र।

कोटा के सबसे छोटे वार्ड दक्षिण में

सबसे छोटा वार्ड 25 है, यहां महज 5100 जनसंख्या मानी है। इसके बाद वार्ड 26 (जनसंख्या 5213) दूसरे नंबर पर, वार्ड 86 (5484 जनसंख्या ) तीसरे, वार्ड 98 (5512 जनसंख्या ) चौथे, वार्ड 51 (5688 जनसंख्या ) पांचवें नंबर और वार्ड 79 (5804 जनसंख्या ) छठे नंबर पर है।

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