परिजनों ने परिवाद दिया कि 30 जनवरी को पीड़िता के घर अकेली थी। पीछे से आरोपी घर में घुस गया। कुछ समय बाद परिजन घर लौटे तो युवक को पीड़िता के कमरे में पकड़ा, लेकिन आरोपी धक्का देकर भाग गया। पीड़िता के पिता तुरंत थाने पहुंचे और पुलिस को घटना की जानकारी दी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की और उन्हें वापस भेज दिया। इससे आहत होकर फरियादी ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल मुआयना तक नहीं करवाया। थाने में न्याय नहीं मिलने पर पीड़ित परिवार ने ग्रामीण एसपी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की। परिजनों का कहना है कि यदि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की होती तो दुखद घटना नहीं होती।
जांच के आदेश
पुलिस को मामले की रिपोर्ट दर्ज करनी चाहिए थी। इस पूरे प्रकरण की गहनता से जांच कराई जा रही है और दोषियों पर सत कार्रवाई होगी।
सुजीत शंकर, ग्रामीण एसपी कोटा