क्या है ई सिगरेट
ई-सिगरेट या इलेक्ट्रॉनिक निकोटिन डिलीवरी सिस्टम (ईएनडीएस) बैटरी संचालित डिवाइस है, जो तरल निकोटिन, प्रोपलीन ग्लाइकोल, पानी, ग्लिसरीन के मिश्रण को गर्म करके एक एयरोसोल बनाता है। इसके कश का स्वाद असली सिगरेट जैसा लगता है।ये है सजा और जुर्माना
केंद्र सरकार ने वर्ष 2019 में इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के उत्पादन से लेकर विज्ञापन तक पर प्रतिबंध लगाया था। ई-सिगरेट खरीदने व बेचने वालों को एक वर्ष की जेल और एक लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है। ई सिगरेट का स्टॉक रखता है तो 6 माह की कैद या 50 हजार तक का जुर्माना या दोनों।हमारे पास में सब उपलब्ध है, आप तो आदेश करो…
पत्रिका- ई सिगरेट मिल जाएगी क्या?दुकानदार- नहीं मिलेगी, क्योंकि इसको बैन कर दिया है।
पत्रिका- एक लड़के ने बोला था, आपके यहां पर मिल जाएगी।
दुकानदार- पहले बेचा करते थे अब नहीं बेचते है। आगे वाली दुकान पर पता कर लो।
पत्रिका- आगे वाली दुकान वाला भी आपका ही नाम ले रहा है।
दुकानदार- आप पुलिस या मीडिया से तो नहीं हो ना?
पत्रिका- नहीं, हम तो ठेकेदारी का काम करते है। एक अधिकारी को देनी है।
दुकानदार- चलो ठीक है आप अंदर आ जाओ।
पत्रिका- कितने रुपए तक की ई सिगरेट है आपके पास?
दुकानदार- 1000 से 3 हजार रुपए तक वाला ई सिगरेट उपलब्ध है। जितनी महंगी लोगे, उतनी ज्यादा देर आप इसका मजा ले सकते हो।
पत्रिका: इसमें फ्लेवर भी तो आता होगा ना।
दुकानदार- हमारे पास में सब उपलब्ध है, आप तो आदेश करो बस।
(पत्रिका के पास में इस पूरी बातचीत के वीडियो उपलब्ध है)
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दिमाग की नसें सिकुड़ने लगती हैं
ई सिगरेट के केमिकल से दिमाग की नसें सिकुड़ने लगती हैं। डिप्रेशन, एंग्जाइटी और स्मरण शक्ति कमजोर होती है। लंग्स और अस्थमा की परेशानी होने लगती है। इसका लगातार इस्तेमाल नशे का आदी बना देता है।–डॉ. आनंद शर्मा, सीनियर फिजिशियन एमबीएस अस्पताल
पुलिस को सूचना दें, कार्रवाई करेंगे
हमारे दवारा ई सिगरेट पर कभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ये प्रतिबंधित सिगरेट है और शहर में बिक रही है तो पुलिस को सूचना दे। जरुर कार्रवाई करेंगे। सभी थानों में इसको लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे।–दिलीप सैनी, एडिशनल एसपी, कोटा सिटी