नीट यूजी 2024 में फिजिक्स के “स्ट्रक्चर ऑफ एटम” से जुड़े एक असर्शन-रीजन प्रश्न को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। परीक्षा के बाद एनटीए ने इस प्रश्न के एक से अधिक उत्तर सही माने, जिससे 44 अतिरिक्त विद्यार्थियों को परफेक्ट स्कोर 720/720 मिल गया। इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों पर तकनीकी गड़बड़ियों के कारण 1563 विद्यार्थियों को कंपनसेटरी मार्क्स दिए गए, जिससे 6 और विद्यार्थियों को परफेक्ट स्कोर मिल गया। इस तरह, कुल 67 विद्यार्थियों ने 720/720 स्कोर किया, जिससे प्रश्न पत्र की गुणवत्ता और एनटीए की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे।
मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जहां विशेषज्ञों की समिति ने एनटीए के एक से अधिक उत्तर सही मानने के फैसले को खारिज कर दिया। नतीजतन, 44 विद्यार्थी परफेक्ट स्कोर से वंचित हो गए। इसके अलावा, 750 विद्यार्थियों ने अपने कंपनसेटरी मार्क्स सरेंडर कर दिए, जिससे 6 और विद्यार्थी परफेक्ट स्कोर लिस्ट से बाहर हो गए। नीट यूजी 2024 में केवल 17 विद्यार्थियों को ही 720/720 स्कोर प्राप्त हुआ।
नीट यूजी 2025 के नए पेपर पैटर्न के अनुसार फिजिक्स, कैमिस्ट्री, बायोलॉजी – प्रत्येक विषय से 45 प्रश्न पूछे जाएंगे। फिजिक्स और कैमिस्ट्री – प्रत्येक यूनिट से कम से कम 2 प्रश्न होने चाहिए।
बायोलॉजी – प्रत्येक यूनिट से 4 प्रश्न होने चाहिए। एनटीए पर सटीक और निष्पक्ष परीक्षा कराने की जिम्मेदारी एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा के अनुसार, नीट यूजी देश की सबसे महत्वपूर्ण मेडिकल प्रवेश परीक्षा है, जिसकी साख बनाए रखना आवश्यक है। 2024 के विवाद के बाद अब लाखों विद्यार्थियों और अभिभावकों को उम्मीद है कि एनटीए इस बार त्रुटिहीन और सिलेबस के अनुरूप प्रश्न पत्र तैयार करेगा। इससे विद्यार्थियों के साथ न्याय होगा और परीक्षा की निष्पक्षता बनी रहेगी। परीक्षा की साख बनाए रखने के लिए प्रश्न पत्र सिलेबस के अनुरूप और संतुलित होना चाहिए।
फिजिक्स और कैमिस्ट्री में 20-20 यूनिट व बायोलॉजी में 10 यूनिट हैं, इसलिए प्रत्येक यूनिट से न्यूनतम प्रश्न पूछे जाने चाहिए। शर्मा ने बताया कि फिजिक्स के हीट एंड थर्मोडायनेमिक्स यूनिट में हीट इंजन/कार्नों इंजन और रेफ्रिजरेशन का जिक्र नहीं है, फिर भी इनसे प्रश्न पूछे जाते हैं। इसी तरह, सेमीकंडक्टिंग डिवाइसेज यूनिट में ट्रांजिस्टर और उसके एप्लिकेशन का विवरण नहीं है, लेकिन इनसे भी सवाल पूछे जाते हैं, जो उचित नहीं है।