ये है कार्ड की खासियत
इस कार्ड की खासियत यही है की मेहमान शादी निकल जाने के बाद भी इस कार्ड को फेंक नहीं पाएंगे। क्योंकि ये कार्ड पेपर की जगह रुमाल पर प्रिंट करवाया है ताकि मेहमान शादी एन्जॉय करके कार्ड को फेंकने की जगह यूज ले पाएंगे। ईको-फ्रेंडली इस कार्ड ने अनोखा संदेश दिया है। ऐसे आया दूल्हे के माता-पिता को आईडिया
कोटा के रंगबाड़ी योजना में रहने वाले दूल्हे के माता-पिता डॉ. गिरीश चंद्र शर्मा और डॉ. रश्मि तिवारी को अपने बेटे गौरीज गौतम की शादी के लिए कुछ अनोखा और इको-फ्रेंडली
इनविटेशन कार्ड तैयार करवाना था। साथ ही शादी के कार्ड को लेकर एक चीज और अच्छी नहीं लगती की उन पर देवी-देवताओं की फोटो रहती है और शादी निकल जाने के बाद उसे कचरे में फेंक देते है। ऐसे में इंटरनेट पर बहुत सर्च किया तो ये आईडिया मिली। जिसके बाद अनोखे शादी के कार्ड वाले रुमाल तैयार करवाए। डेढ़ फ़ीट लंबे और डेढ़ फ़ीट छोटे कार्ड पर टेम्पररी इंक का इस्तेमाल किया है जिसे 2 बार वाश करते ही रुमाल में तब्दील हो जाएगा। इस कार्ड की लागत 37 रुपये प्रति कार्ड है जो पारंपरिक पेपर कार्ड के लगभग बराबर है। सोशल मीडिया पर ये कार्ड जमकर वायरल हो रहा है और यूज़र्स खूब तारीफ़ करते नजर आ रहे हैं।