राजस्थान में Monsoon मेहरबान, छलका हाड़ौती का ‘गोवा’ कहलाने वाला बरधा बांध, लोगों में उत्साह का माहौल
हाड़ौती अंचल में मानसून सक्रिय बना हुआ है। शुक्रवार को चारों जिलों में मौसम ने अलग-अलग रंग दिखाए। बूंदी जिले में जहां बरधा बांध पर चादर चलने लगी, वहीं झालावाड़ में शाम को हल्की बारिश ने राहत दी।
हाड़ौती का ‘गोवा’ कहलाने वाला बरधा बांध छलका: फोटो पत्रिका
कोटा। हाड़ौती अंचल में मानसून सक्रिय बना हुआ है। शुक्रवार को चारों जिलों में मौसम ने अलग-अलग रंग दिखाए। बूंदी जिले में जहां बरधा बांध पर चादर चलने लगी, वहीं झालावाड़ में शाम को हल्की बारिश ने राहत दी। बारां में दिनभर उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया। कोटा जिले के कई हिस्सों में अच्छी बारिश दर्ज की गई।
कोटा जिले में मौसम का मिजाज बदला नजर आया। शहर में सुबह मौसम खुला रहा। 11 बजे बाद काली घटाएं छाई और 45 मिनट तक तेज बारिश हुई। इससे मौसम खुशनुमा हो गया। उसके बाद वापस मौसम खुला और उमस का जोर बन गया। शाम ढलने के बाद वापस बादल छाए। सबसे अधिक बारिश पीपल्दा में दर्ज की गई, जहां 43 मिमी बारिश हुई। सांगोद, दीगोद और खातौली में भी अच्छी बारिश हुई। रामगंजमंडी शहर में सवा दो घंटे के अंतराल में 56 मिमी बरसात दर्ज की गई।
तालेड़ा में झमाझम
बूंदी जिले के तालेड़ा क्षेत्र में गुरुवार रात जोरदार बारिश हुई। इससे मानसून सीजन में पहली बार हाड़ौती का ‘गोवा’ कहलाने वाला बरधा बांध छलक गया और चादर चलने लगी। इससे क्षेत्रवासियों में उत्साह का माहौल है। गुरुवार रात बूंदी शहर में भी जोरदार बारिश हुई। मेघगर्जना और पानी ने सड़कों को तरबतर कर दिया। शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे शहर और नैनवां में हल्की बारिश हुई, जिससे मौसम सुहावना हो गया।
झालावाड़ में बादल-बारिश
झालावाड़ जिले में दिनभर उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान किया। शाम करीब 5 बजे हल्की बारिश से कुछ राहत मिली, लेकिन खेती-किसानी पर अब भी असर नजर आ रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में बुवाई नहीं हो सकी है।
बारां में बादल छाए, लेकिन नहीं बरसे
बारां जिले में बारिश की उम्मीद लगाए बैठे लोग मायूस रहे। बादल तो दिनभर छाए रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई। उमस भरी गर्मी ने जनजीवन को बेहाल कर दिया। खेतों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे बुवाई कार्य में देरी हो रही है। छीपाबड़ौद कस्बे में शाम के समय तेज बारिश का दौर शुरू हुआ।