पवनमुक्तासन: गैस और कब्ज से तुरंत राहत
पवनमुक्तासन, जैसा कि नाम से ही पता चलता है, पेट की गैस और सूजन को कम करने में बहुत कारगर है। यह आपकी आंतों को उत्तेजित करता है और फँसी हुई गैस को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे पेट पर पड़ने वाला दबाव कम होता है।पवनमुक्तासन कैसे करें:
सबसे पहले, अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाएं और पैरों को सीधा फैला लें। अब धीरे-धीरे एक घुटने को मोड़कर अपनी छाती की तरफ लाएं। अपने हाथों से घुटने को पकड़ें और धीरे से अपनी छाती के और करीब खींचें।मार्जरी आसन-बिटिलासन (बिल्ली-गाय मुद्रा): कब्ज से राहत का एक आसान तरीका
यह आसन जिसमें आप बिल्ली और गाय की तरह अपनी रीढ़ को मोड़ते हैं, आपके पेट को धीरे-धीरे स्ट्रेच करता है और पाचन अंगों को उत्तेजित करता है। इससे कब्ज (Constipation Relief Yoga) से राहत पाने में मदद मिलती है।मार्जरी आसन कैसे करें:
सबसे पहले, मेज जैसी स्थिति में अपने हाथों और घुटनों के बल आ जाएँ। आपके हाथ कंधों के ठीक नीचे और घुटने कूल्हों के ठीक नीचे होने चाहिए। सांस लेते हुए अपनी पीठ को अंदर की तरफ मोड़ें, अपनी पूंछ की हड्डी और सिर को ऊपर उठाएँ (यह गाय मुद्रा है)।पश्चिमोत्तानासन (बैठकर आगे झुकने वाला आसन): पेट की सेहत और सुकून के लिए
यह शांत करने वाला आसन आपकी पीठ के निचले हिस्से को स्ट्रेच करता है और पेट के हिस्से की मालिश करता है, जिससे उस पर पड़ने वाला दबाव कम होता है।पश्चिमोत्तानासन कैसे करें:
फर्श पर अपने पैरों को सीधा सामने फैलाकर बैठ जाएं। सांस लेते हुए अपनी रीढ़ को लंबा करें, जैसे आप ऊपर की ओर खींच रहे हों। सांस छोड़ते हुए अपने कूल्हों से आगे की ओर झुकें, अपने पैरों या पिंडलियों को पकड़ने की कोशिश करें।मलासन (मालासन) को आसान भाषा में समझें
मलासन, जिसे गरलैंड पोज़ या उकड़ूं बैठने वाला पोज़ भी कहते हैं, आपके हिप्स को खोलने और पेट साफ (Constipation Relief Yoga) करने में मदद करता है। यह आसन आपके शरीर के निचले हिस्से को मज़बूत करता है और पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में बहुत फायदेमंद है।मलासन कैसे करें?
इसे करना बहुत आसान है: सबसे पहले, अपने पैरों को कंधों से थोड़ा ज़्यादा चौड़ा करके खड़े हो जाएं।अब, जितना नीचे आराम से जा सकें, उतना उकड़ूं बैठें, ध्यान रहे कि आपकी एड़ियां ज़मीन पर टिकी रहें।
अपने दोनों हाथों को नमस्ते की मुद्रा में अपनी छाती के सामने लाएं।
अपनी कोहनियों का इस्तेमाल करके अपने घुटनों को धीरे-धीरे बाहर की ओर धकेलें।
इस अवस्था में 30 सेकंड तक गहरे सांस लेते हुए रुकें।
मलासन के फायदे
यह आसन आपके पेल्विक एरिया को खोलने में मदद करता है, आपके पैरों और कूल्हों को मज़बूत बनाता है, और पेट साफ करने में बहुत सहायक होता है। अगर आपको कब्ज़ (Constipation Relief Yoga) की समस्या है, तो यह आसन आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।सेतुबंधासन (ब्रिज पोज़) को आसान भाषा में समझें
सेतुबंधासन, जिसे ब्रिज पोज़ या पुल आसन भी कहते हैं, एक हल्का बैकबेंड है जो आपकी छाती को खोलता है और पेट के अंगों को सक्रिय करता है। यह आसन पाचन सुधारने और कब्ज़ से राहत दिलाने में बहुत फायदेमंद है।सेतुबंधासन कैसे करें?
इसे करना बहुत आसान है: सबसे पहले, अपनी पीठ के बल लेट जाएं। अपने घुटनों को मोड़ें और पैरों को ज़मीन पर सीधा रखें, पैरों के बीच उतनी दूरी रखें जितनी आपके कूल्हों की चौड़ाई है।अपनी भुजाओं को शरीर के साथ रखें, हथेलियाँ ज़मीन की ओर होनी चाहिए।
अपने पैरों और भुजाओं को ज़मीन पर दबाते हुए, अपने कूल्हों को छत की ओर उठाएं। कोशिश करें कि आपका शरीर एक पुल जैसा दिखे।
इस अवस्था में 30 सेकंड से 1 मिनट तक गहरे सांस लेते हुए रुकें।
धीरे-धीरे अपने कूल्हों को वापस ज़मीन पर ले आएं।