Onion Peel Benefits: प्याज के छिलकों में छुपा है सेहत और सुंदरता का खजाना, जानिए कैसे करें इस्तेमाल
Onion Peel Benefits: अक्सर हम प्याज के छिलकों को कचरा समझकर फेंक देते हैं, लेकिन इनमें छिपे होते हैं सेहत और सुंदरता के कई फायदे।आइए जानते हैं प्याज के छिलके के फायदों के बारे में और इसे इस्तेमाल करने के आसान तरीके।
Onion Peel Benefits: अक्सर हम सब्जी काटते समय प्याज के छिलकों को बेकार समझकर फेंक देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन छिलकों में भी सेहत और सुंदरता से जुड़े कई जबरदस्त फायदे छिपे हैं। प्याज के छिलकों में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य और त्वचा दोनों के लिए लाभकारी हैं। आइए जानते हैं कि प्याज के छिलकों को कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
प्याज के छिलकों में सल्फर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो बालों की जड़ों को मजबूत करने में मदद करते हैं। इसके लिए प्याज के छिलकों को पानी में उबालकर ठंडा कर लें और इस पानी से बाल धोएं। इससे बालों का गिरना कम होता है और डैंड्रफ की समस्या में राहत मिलती है।
त्वचा को चमकदार बनाए
प्याज के छिलकों का पानी त्वचा की गहराई से सफाई करता है और डेड स्किन हटाने में मदद करता है। इसके लिए छिलकों को उबालकर ठंडा करें और कॉटन की मदद से चेहरे पर लगाएं। इससे त्वचा में निखार आता है और दाग-धब्बे हल्के होते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक
प्याज के छिलकों में मौजूद क्वेरसेटिन (Quercetin) एंटीऑक्सीडेंट है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। आप प्याज के छिलकों को सूप, काढ़ा या चाय में उबालकर इसका सेवन कर सकते हैं।
अगर आपको पेट दर्द, सूजन या अपच की समस्या है तो प्याज के छिलकों का काढ़ा फायदेमंद हो सकता है। छिलकों को पानी में उबालें और गुनगुना करके पीएं। इससे पाचन क्रिया बेहतर होती है।
दर्द और सूजन में फायदेमंद
प्याज के छिलकों में सूजन कम करने वाले तत्व होते हैं। जोड़ों के दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव या सूजन होने पर प्याज के छिलकों का पानी प्रभावित हिस्से पर लगाने से आराम मिलता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।