क्लींजिंग (Cleansing) | Skin care tips
मौसम बदलने से धूप और प्रदूषण के कारण स्किन को काफी नुकसान पहुंचता है, जिससे त्वचा धब्बेदार और मुरझाई लगने लगती है। ऐसे में चेहरे को अच्छे से साफ करना बेहद जरूरी है। इसके लिए अपनी त्वचा (Skin care) के अनुसार सही pH वाले फेसवॉश का इस्तेमाल करें। बदलते मौसम में मॉइस्चराइजर लगाना बेहद जरूरी (Important to apply moisturizer in the changing weather)
मौसम के बदलाव के दौरान त्वचा में नमी की कमी हो जाती है, जिससे त्वचा रूखी और बेजान लगने लगती है। इसलिए, अपनी स्किन टाइप के अनुसार एक अच्छा मॉइस्चराइजर चुनना जरूरी है। रोजाना अपनी त्वचा को मॉइस्चराइज करें ताकि यह रूखी और बेजान न लगे।
सनस्क्रीन का उपयोग हर मौसम में है जरूरी (Use of sunscreen is necessary in every season)
चाहे गर्मी हो या सर्दी, त्वचा को सूरज की हानिकारक UV किरणों से बचाने के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल बहुत जरूरी है। यह त्वचा को झुर्रियों, दाग-धब्बों और अन्य समस्याओं से बचाती है। सनस्क्रीन का उपयोग हर मौसम में करें और SPF 30 या उससे अधिक की सनस्क्रीन चुनें। इसे भी पढ़ें-
Seasonal Food Benefits: बदलते मौसम में सीजनल फल-सब्जी कैसे करते हैं सेहत की रक्षा, खाने में ऐसे करें शामिल खुद को हाइड्रेट रखें (Keep yourself hydrated)
बदलते मौसम में शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिसका असर आपकी स्किन पर पड़ता है। त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए दिनभर पानी पीना जरूरी है। जितना अधिक पानी पिएंगे, आपकी त्वचा अंदर से हाइड्रेटेड रहेगी और उसमें निखार आएगा। इसलिए अपनी शरीर की जरूरत के अनुसार रोजाना पानी जरूर पिएं।
हेल्दी लाइफस्टाइल (Healthy lifestyle)
सही स्किनकेयर के साथ एक हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना भी जरूरी है। रोज 7-8 घंटे की नींद लें, और अपनी डाइट में फल, सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स और पौष्टिक फूड्स शामिल करें। जंक फूड, तला-भुना और मसालेदार खाने से परहेज करें।
नेचुरल इंग्रेडिएंट्स का उपयोग (Use of natural ingredients)
बदलते मौसम में आप अपनी स्किन की देखभाल के लिए नेचुरल इंग्रेडिएंट्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ड्राई स्किन के लिए रात को सोने से पहले नारियल तेल, बादाम तेल या जैतून का तेल चेहरे पर लगा सकते हैं। इसके अलावा, आप बेसन, हल्दी, दूध, शहद और एलोवेरा जैसे प्राकृतिक इंग्रेडिएंट्स का भी उपयोग कर सकते हैं। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।