लोकसभा चुनाव के बाद से ही योगी मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं शुरू हो गई थीं। माना जा रहा है कि अब जल्द मंत्रिमंडल के मौजूदा स्वरूप में फेरबदल हो सकता है। वहीं, सूत्रों का दावा है कि विनोद तावड़े की मौजूदगी में भाजपा ने 98 में से 70 संगठनात्मक जिलों में जिलाध्यक्षों के नाम तय कर लिए हैं। शुक्रवार को 70 जिलाध्यक्षों की सूची केंद्रीय नेतृत्व को भेजी गई है। केंद्र की हरी झंडी मिलने के बाद सूची जारी की जाएगी।
मंत्रिमंडल में ये चेहरे होंगे शामिल
भाजपा सूत्रों का दावा है कि फरवरी के अंतिम हफ्ते में ये साफ हो जाएगा कि भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा। जिलाध्यक्षों की सूची जारी होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के प्रभारी पीयूष गोयल लखनऊ आएंगे। तब प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन होगा। इसके अगले दिन नए अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी। उसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार में मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता। दलित और पिछड़े वर्ग को साधने के लिए दोनों वर्ग से भी एक-एक मंत्री हो सकते है।
अधिकतम 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं
उत्तर प्रदेश सरकार में अधिकतम 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। फिलहाल, मंत्रिमंडल में 21 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 19 राज्यमंत्री शामिल है। इस हिसाब से कुल 54 मंत्री हैं। अभी भी 6 मंत्री पद खाली हैं। पहला कैबिनेट विस्तार
योगी सरकार 2.0 का पहला मंत्रिमंडल विस्तार लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हुआ था। इसमें भाजपा एमएलसी दारा सिंह चौहान, सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर, सुनील शर्मा और रालोद नेता अनिल कुमार को जगह दी गई थी। इस तरह योगी सरकार में सामान्य वर्ग के 24, OBC वर्ग के 22 और SC-ST वर्ग के मंत्रियों की संख्या बढ़कर 10 हो गई थी।