13 जून 2025:
राज्य के पश्चिमी जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। पूर्वी यूपी में भी कुछ स्थानों पर मौसम में बदलाव के संकेत हैं। तेज़ हवाएं 30–50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। पेड़ों के गिरने और बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका है। 14 जून 2025:
इस दिन गर्मी और उमस से लोगों को राहत नहीं मिलेगी। पश्चिमी यूपी में दोपहर के समय लू चलने की संभावना है। साथ ही बिजली गिरने और गरज के साथ बारिश की हल्की संभावना बनी हुई है। पूर्वी यूपी में आंधी और बौछारें देखने को मिल सकती हैं।
15 जून 2025:
मौसम और अधिक सक्रिय होता दिखाई देगा। पूर्वांचल के जिलों में मध्यम बारिश की संभावना है। बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। किसानों को खेतों में काम करते समय विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। 16-17 जून 2025:
इन दो दिनों में पूरे राज्य में मानसूनी गतिविधियों में वृद्धि होगी। पूर्वी और पश्चिमी दोनों हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। हवा की गति 50 किमी/घंटा तक जा सकती है। पेड़ गिरने, विद्युत व्यवधान और जलभराव जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। कच्चे मकानों और कमजोर ढांचों पर विशेष निगरानी रखने की जरूरत है।
18-19 जून 2025:
मौसम विभाग ने इन दो दिनों को सबसे संवेदनशील बताया है। भारी वर्षा, तेज हवाएं और गरज के साथ बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ सकती हैं। ट्रैफिक जाम, जलभराव और सार्वजनिक जीवन में व्यवधान की आशंका है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग को सतर्क रहने की जरूरत है।
कृषि और जनजीवन पर प्रभाव:
ध्यान देने योग्य बात यह है कि इन असामान्य मौसम स्थितियों से धान की बुआई प्रभावित हो सकती है। खेतों में जलभराव से फसल को नुकसान और बिजली गिरने से जनहानि की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने ग्रामीणों, किसानों, पशुपालकों और स्कूल प्रशासन को विशेष रूप से सचेत रहने को कहा है। सावधानियां और सुझाव
- गैर-जरूरी यात्रा से बचें।
- बिजली गिरने की स्थिति में खुले स्थानों, पेड़ों, टावरों से दूर रहें।
- मौसम अपडेट के लिए रेडियो, समाचार चैनल और मौसम विज्ञान केंद्र की वेबसाइट पर नज़र रखें।
- स्कूल, कॉलेज, अस्पताल और अन्य सार्वजनिक संस्थान आपातकालीन तैयारियां रखें।
चेतावनी संकेत प्रणाली
- हरा: सामान्य स्थिति
- पीला: सतर्कता बरतें
- नारंगी: सावधानी अत्यंत आवश्यक
- लाल: गंभीर आपातकाल