घटना के समय घर में अतुल मिश्रा और उनकी पत्नी प्रिया मिश्रा मौजूद थे। आरोपियों ने उनका घर घेर लिया और फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग डर गए और घरवालों ने पुलिस को सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
हासेमऊ गांव के एमिटी ग्रीन सिटी में यह हमला उस समय हुआ, जब घर के लोग सो रहे थे। इस हमले के पीछे 9 लाख रुपये के लेन-देन का विवाद था, जिसके कारण चाचा-भतीजे नरेंद्र नाथ शुक्ला और सावंत शुक्ला समेत आठ से नौ दबंगों ने फॉरचूनर कार से घर पर हमला किया। हमलावरों ने गोलीबारी के बाद दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन घरवालों ने दरवाजा नहीं खोला, जिससे हमलावरों को भागना पड़ा।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज किया और हमलावरों की पहचान शुरू कर दी। पुलिस टीम ने मौके से पांच खोखे बरामद किए, जो कि फायरिंग के दौरान उपयोग किए गए थे। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से सबूत जुटाए और जांच जारी है।
इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। चाचा-भतीजे नरेंद्र नाथ शुक्ला और सावंत शुक्ला पर संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया है और पुलिस अब उनकी तलाश में जुटी है।
घटना के बाद अतुल मिश्रा और उनकी पत्नी ने BBD थाने में शिकायत दर्ज कराई और हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान की जा चुकी है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
यह घटना
लखनऊ में बढ़ते अपराध और असुरक्षा के माहौल को और भी स्पष्ट करती है। स्थानीय निवासियों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जताई है और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की उम्मीद की है। पुलिस ने भी इस मामले में हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया है।