टेंपो, ई-रिक्शा चालकों का वेरीफिकेशन जरूरी
सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चिंतित मुख्यमंत्री ने कहा था कि किसी भी गाड़ी की स्टेयरिंग नाबालिगों के हाथों में न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। टेंपो, ई-रिक्शा चालकों का वेरीफिकेशन कराया जाए। जिलाें में गठित टास्क फोर्स में परिवहन विभाग के अधिकारियों को भी शामिल किया जाए। इन सभी निर्देशों के पालन और उचित क्रियान्वयन के लिए यह विशेष अभियान मंगलवार से शुरू किया जा रहा है।प्रतिदिन मॉनिटरिंग, नोडल अधिकारी नियुक्त
परिवहन विभाग द्वारा अभियान की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। मुख्यालय में अपर परिवहन आयुक्त प्रवर्तन संजय सिंह को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वे प्रतिदिन मुख्यालय से जिलों की मॉनिटरिंग करेंगे। इस अभियान में मुख्यालय के साथ जिला स्तर के अधिकारियों की भी जिम्मेदारी तय की गई है।एक माह चलेगा अभियान
परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश की कानून व्यवस्था सुदृढ़ बनाए रखने के लिए विगत दिनों बैठक ली थी। उन्होंने अनधिकृत रिक्शा व ऑटो के विरुद्ध अभियान चलाने का निर्देश दिया था। यह अभियान पहली अप्रेल से प्रारंभ होकर 30 अप्रेल तक चलेगा। मुख्यालय स्तर से इसकी प्रतिदिन मॉनिटरिंग होगी। इसके लिए अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) को नोडल अधिकारी बनाया गया है। जिलों में भी संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन/प्रवर्तन) को अभियान की सफलता को लेकर निर्देश दिया गया है। हर शुक्रवार को शासन को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी।हर चालक की डिटेल होगी पुलिस के पास
कई बार ऑटो या ई-रिक्शा में सवारी को बैठाने के बाद अक्सर लूट और चोरी की वारदात होती है। इसमें गिरफ्तारी के बाद सामने आता है कि ऑटो चालक पर पूर्व में कई केस दर्ज हैं। इस अभियान में इस पॉइंट को मुख्य रूप से शामिल किया गया है। जितने भी ऑटो और ई-रिक्शा चालक हैं, उनके वेरिफिकेशन के बाद रेकॉर्ड मेंटेन किया जाएगा। कुछ ऑटो को किराये पर लेकर चलाया जाता है। इस बारे में ऑटो मालिक को चालक की पूरी डिटेल के साथ जानकारी पुलिस को देनी होगी। ऐसा नहीं करने किया तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।